केन्द्रीय मंत्री बाबुल सुप्रीयो ने कहा कि यह उनकी काल्पनिक सोच है। उत्तर प्रदेश और असम में भाजपा सरकार कभी भी किसी भी वजह से लोगों को गोली नहीं मारती है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि यह दिलीप घोष का बेहद गैर-जिम्मेदाराना बयान है। गौरतलब है कि रविवार को पश्चिम बंगाल के नादिया में एक रैली को संबोधित करते हुए घोष ने कहा था कि ममता बनर्जी की पुलिस उन लोगों पर कभी कार्रवाई नहीं करती हैं, जो सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हैं, क्योंकि वे उनके वोटर्स हैं। हमारी सरकार उत्तर प्रदेश, असम और कर्नाटक में ऐसे लोगों को गोली मारकर कुत्तों की तरह हत्या कर देती है।
उन्होंने कहा कि उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए पश्चिम बंगाल पुलिस की आलोचना की, जिन्होंने विरोध प्रदर्शनों के दौरान रेल पटरियों, बसों आदि सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी की पुलिस ने ऐसे लोगों के खिलाफ कोई एफआईआर ( FIR ) नहीं दर्ज की, जबकि दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और असम जैसे भाजपा शासित राज्यों में सार्वजनिक संपत्तियों को क्षतिग्रस्त करने के लिए लोगों को गोली मारी गई, क्योंकि यह उनके बाप की संपत्ति नहीं थी।