डॉक्टर्स करना चाहते थे नसबंदी मूलरूप से मुसीरी इलाके की रहने वाली शांति ने रविवार को बेटी को जन्म दिया। इस तरह महिला ने कुल ग्यारह बच्चे को जन्म दिए। लेकिन, शांति के दो बच्चों की मौत पहले ही हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शांति सरकारी अस्पताल में 25 अक्टूबर को भर्ती हुई थी। यहां उसने दिवाली मनाने के बहाने 5 नवंबर को अपने घर जाने के लिए छुट्टी ले ली थी। उन्होंने बताया कि उन लोगों को सोमवार को पता चला कि उसने घर पर बच्चे को जन्म दिया है। जानकारी होने पर अधिकारी उसके घर गए और नवजात के साथ उसे पीएचसी में भर्ती कराया। जहां दोनों स्वस्थ हैं।
नसबंदी के लिए तैयार नहीं थी महिला इधर, महिला ने बताया कि डॉक्टर्स उसका नसबंदी करना चाहते थे। उसने अपनी नसबंदी के लिए सहमति दे दी थी लेकिन वह चाहती है कि उसकी लैप्रोस्कोपी नसबंदी की जाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लैप्रोस्कोपी नसबंदी डिलिवरी के 40 दिनों बाद ही संभव है। डाक्टर्स का कहना था कि उसने शांति बिना बताए हॉस्पिटल से भाग निकली। उसने अस्पताल में डिलीवरी कराने से इनकार कर दिया, क्योंकि उसे डर था कि अस्पताल में उसकी नसबंदी कर दी जाएगी। वह अब भी नसबंदी कराने को तैयार नहीं है। बहरहाल, अभी शांति हॉस्पिटल में है और डॉक्टर्स की निगरानी में है। अब देखना यह है कि उसकी नसबंदी होती या फिर नहीं।