जापानी इंसेफलाइटिस के टीके अब से वयस्कों को भी
नीतू की तबीयत तेजी के साथ बिगड़ने लगा, जिसके बाद उसे फौरन अबूधाबी के शेख खलीफा अस्पताल में भर्ती कराया गया। नीतू 27 मार्च से जीवन रक्षक प्रणाली पर है।
बता दें कि यह एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण शरीर का प्रतिरोधी तंत्र मस्तिष्क की स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है, जिससे दिमाग में सूजन आ जाती है।
बीते साल दिसंबर में हुई थी शादी
गंभीर बीमारी से जूझ रही नीतू की मां बिन्दु ललिता ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में ही नीतू की शादी जितिन से हुई थी, जो शारजाह में रहता है। नीतू जनवरी के आखिर में यूएई आई थी और फिर 17 मार्च को बीमार पड़ गई।
नीतू की मां कपड़े सिलने का काम करती है। उन्होंने बताया कि उसके पति की मौत के बाद उसने काफी मुश्किलों से अपने दो बच्चों की परवरिश की है।
ललिता ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टरों ने उनकी बेटी के लिए बहुत कुछ किया है। इसके लिए वह उनका शुक्रिया अदा करते नहीं थकती है। उसने कहा कि मैं जितना भी शुक्रिया अदा करूं, वो कम ही होगा।
बता दें कि ऑटोइम्यून इंसेफलाइटिस जैसे बीमारी का इलाज प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को कम करने वाले उपायों और आवश्यकता पड़ने पर ट्यूमर को हटाकर किया जा सकता है।
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