शारीरिक स्थिति खराब होने के चलते डांग को कोई गोद भी नहीं लेना चाहता था, लेकिन कुछ समय बाद अमेरिका के एक दंपत्ति ने डांग की शारीरिक हालत को देखते हुए उसकी सर्जरी कराने की मांग की। मंजूरी मिलने पर नानजियांग के पूर्वी शहर में स्थित एक बड़े अस्पताल में उसका ऑपरेशन किया गया।
साल 2005 में उसी दंपत्ति की वजह से डांग को अमेरिका में अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए स्कॉलरशिप मिल गई। इस अवसर के बाद डांग की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई, लेकिन इस खुशी के मौके पर भी डांग काफी उदास रहती है क्योंकि अब उसे अपने बायोलॉजिकल माता-पिता की तलाश है। डांग सालों से दबे हुए सवालों के जवाब के चलते ऐसा करना चाहती है।
डांग का कहना कि अभी सही वक्त है जब मैं उन्हें ढ़ूंढ़ सकती हूं, क्योंकि धीरे-धीरे वे मर जाएंगे। डांग जानना चाहती है कि आखिर वो इस दुनिया में कैसे आई? बात यदि ऑफिशियल डाक्यूमेंट्स के बारे में हो तो डांग का जन्म 1 जुलाई साल 1983 में हुआ था। अपने परिवार को लेकर चिन्तित डांग इस कार्य में मीडिया की भी मदद लेना चाहती है ताकि वो उसके माता-पिता को ढूंढने में उसकी मदद कर सकें।
डांग को अपने माता-पिता से कोई शिकायत नहीं है। उसका कहना है कि शायद मेरे घरवाले मेरा इलाज करवाने में असमर्थ होंगे तभी उन्होंने मुझे अनाथालय में छोड़ा। उन्होंने शायद यहीं सोचकर ये निर्णय लिया ताकि कोई और मुझे बेहतर जिंदगी दे सकें।