नई दिल्ली। पढाई या किसी अन्य जरूरत के काम को करने के लिए हमें टेबल लैम्प की जरूरत पड़ती है। इससे हमें रोशनी भी मिलती और बाकी के सदस्यों को कमरे में तेज रोशनी का सामना भी नहीं करना पड़ता है। लेकिन अब विज्ञान के इस जमाने में हर किसी चीज़ में थोड़े बहुत बदलाव तो देखने तो मिलते ही है तो ऐसे में बरसों से चले आ रहे टेबल लैम्प कैसे इससे अनछुए रहते? आपको आज टेबल लैम्प के क्षेत्र में होने जा रहे बदलाव के बारेें में बताएंगे। जी, हां कुछ ऐसा ही होने जा रहा है दरअसल मैसचूसिट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिक इस दिशा में एक अनोखा परिवर्तन करने जा रहे हैं दरअसल इन्होंने एक ऐसे पौधे का निर्माण किया है जिससे कि धीमी रोशनी निकलती हो। ये पौधा विशेष नैनो कणों को अपनी ओर खींचकर रोशनी बिखेरता है। एक रिसर्च के दौरान इस बात का भी खुलासा किया गया है कि भविष्य में इस पौधें से स्ट्रीट लैम्प को जलाने का काम भी किया जाएगा। वैज्ञानिकों का ये कहना है कि इस पौधें का इस्तेमाल डेस्क लैम्प के रूप में भी किया जा सकेगा।
इसको जलाने के लिए बाहर से किसी उर्जा की आवश्यकता नहीं होगी बल्कि ये पौधा अपने से उर्जा पैदा कर रोशनी बिखेरने का काम करेगी। वैज्ञानिकों ने ये भी कहा कि ये पौधा पहले केवल ४५ मिनट तक ही रोशनी बिखेरने का काम करता था लेकिन बाद में उसमें कुछ और परिवर्तन किए गए जिससे अब ये करीब साढ़े तीन घंटे तक लगातार रोशनी फैलाएगी। इस इंस्टीट्यूट के एक प्रोफेसर मिशैल स्ट्रैनो का इस बारे में कहना है कि इस पौधे को बनाने के लिए उनकी टीम ने लूसीफेरिस का प्रयोग किया है जो कि एंजाइम को रोशनी में बदलने का काम करती है। लूसीफेरिस एक अणु पर काम करता है जो कि प्रकाश का उत्सर्जन करता है। ये टेबिल लैम्प वाकई में अनोखा होगा और इससे उर्जा की भी बचत होगी। अब देखने वाली बात ये है कि आने वाले समय में ये लोगों के मन को कितना भाता है।