2018 में पहली बार सुर्खियों में आईं किम यो-जोंग वर्ष 2018 में पहली बार चर्चा में आईं थीं। वे इस साल दक्षिण कोरिया शीत ओलंपिक के दौरान एक शिष्टमंडल के सदस्य के रूप में गईं थी। इसके बाद जोंग अपने भाई किम के साथ कई बार रणनीति बनाते दिखाईं दी थीं। माना जाता है कि किम की तरह उनकी बहन भी काफी आक्रामक व्यवहार की हैं। उनकी शादी किम जोंग-उन के दाएं हाथ माने जाने वाले पार्टी के सचिव चॉय रयोंग-हे के बेटे से हुई है। किम अपनी बहन को हमेशा अहम बैठकों में शामिल करते रहे हैं।
अहम बैठक का अयोजन किया
किम यो-जोंग का राजनीतिक कद सबसे पहले अक्टूबर, 2017 में बढ़ा जब वो ताकतवर पोलित ब्यूरो की सदस्य बनीं। किम जोंग-उन ने 2018 में दक्षिण कोरियाई नेता मून जे-इन, चीनी राष्ट्रपति शी ज़िनपिंग और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। ये मुलाकातें जोंग की देखरेख में रखी गईं थीं। इस मौके को उन्होंने बहुत कुशलता से भुनाया। इस दौरान किम के राजनीतिक निर्णयों में वे हमेशा उनके साथ दिखाईं दीं।
काफी तनाव देखने को मिल रहा हाल ही में उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया में काफी तनाव देखने को मिल रहा है। किम जोंग उन की बहन ने दक्षिण कोरिया को युद्ध की धमकी दे डाली है। उनका कहना है कि दक्षिण कोरिया की तरफ से उत्तर कोरिया को बदनाम किया जा रहा है। सीमा पर पर्चे बांटकर और हवा गुब्बारे उड़ा कोरिया के लिए अपशब्द का उपयोग किया जा रहा है। किम यो-जोंग ने उत्तर और दक्षिण कोरिया सीमा पर सैन्यरहित इलाके में सेना भेजने की धमकी दी थी।
साझा दफ्तर को नष्ट किया उन्होंने दोनों देश के साझा दफ्तर को नष्ट करने की धमकी भी दी थी। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने इमारत को उड़ा दिया। उत्तर कोरिया ने मार्च 2019 में इस दफ्तर से खुद को अलग कर लिया था। 2018 में बातचीत के बाद दोनों देशों ने तनाव में बाजचीत के लिए इस कार्यालय को बनाया था। इसकी मरम्मत के लिए दक्षिण कोरिया ने आठ मिलियन डॉलर रुपये दिए थे।
सत्ता की प्रबल दावेदार किम जोंग-उन के उत्तराधिकारी को चुनना हो तो इसमें पारिवारिक रिश्ते सबसे अहम हैं। उत्तर कोरिया के राजनीतिक सिद्धातों की शुरुआत देश के संस्थापक किम इल-सुंग ने की थी। माना जा रहा है कि किम जोंग-उन के बच्चे तो हैं लेकिन वो अभी काफी कम उम्र हैं। ऐसे में किम यो-जोंग परिवार की सदस्य हैं। उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया भी ये मानती है कि किम जोंग-उन के बाद सत्ता की बागडोर उसकी बहन के हाथों में होगी।