सिंगापुर में डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग की ऐतिहासिक बैठक, दोनों देशों को अच्छे परिणाम की उम्मीद अमरीका पहले से ही सतर्क स्ट्रेट्स टाइम्स द्वारा रिपोर्ट के अनुसार, पेम्पो ने कहा कि प्रतिबंध तब तक बने रहेगा जब तक परमाणु निरस्त्रीकरण को पूूर्ण रूप से हासिल न किया जा सके। गौरतलब है कि अमरीका उत्तर कोरिया को परमाणु हथियारों से विहीन करना चाहता है। उसे डर है कि कहीं इन हथियारों का इस्तेमाल उसके खिलाफ न हो। अमरीका पहले से ही सर्तक रहकर इन हथियारों को नष्ट करवाना चाहता है। परमाणु निरस्त्रीकारण के सुबूत एकत्र करने के लिए उत्तर कोरिया में विदेशी मीडिया की टीमें पहले से ही ढेरा जमाए हुए है।
सिंगापुर: ट्रंप के साथ बातचीत के लिए कुछ ऐसे पहुंचे किम जोंग उन, देखें वीडियो उज्ज्वल और बेहतर भविष्य अमरीकी विदेश मंत्री पेम्पो ने दावा किया कि उत्तरी कोरियाई लोगों के लिए परमाणु निरस्त्रीकरण का अर्थ उज्ज्वल और बेहतर भविष्य होगा। इसमें उत्तरी कोरिया के लिए विदेशी निवेश और अन्य आर्थिक अवसरों तक पहुंच का विस्तार शामिल होगा। पेम्पो ने कहा कि सैन्य विभाग,ऊर्जा विभाग और उत्तर कोरिया को कवर करने वाले खुफिया समुदाय के सदस्यों और विशेषज्ञों की एक टीम पिछले तीन महीनों से परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर योजना बना रही थी। यह अनुमान लगाया गया है कि शिखर सम्मेलन के दौरान किम प्रतिबंधों के खिलाफ प्रतिरक्षा मांगने की संभावना है।