आपको जानकर हैरानी होगी कि बारबरा को स्कोलियोसिस, फाइब्रोमायल्गिया और मानसिक रोग भी है। इसके अलावा उनकी किडनियों ने भी कई बार काम करना बंद कर दिया था, जिसकी वजह से उन्हें पेट का पैरालाइसिस हो गया था। इन सब की वजह खाने में अनियमितता बताया गया। बारबरा की ज़िंदगी में साल 2012 सबसे बुरा रहा, क्योंकि इसी साल से उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम दिक्कतें आनी शुरु हो चुकी थी। एक दिन में कई बार उल्टियां होने की वजह से बारबरा का शरीर काफी ज़्यादा कमज़ोर हो गया था।
करीब 4 महीने तक अस्पताल में रहने के बाद जब वह अस्पताल का खर्च उठाने में असमर्थ हो गई तो उन्हें अस्पताल के बाहर ही रहना पड़ा। जिसके बाद बारबरा ने अपनी ज़िंदगी जीने के लिए लोगों से ऑनलाइन आर्थिक सहायता मांगी। अच्छी बात ये रही कि बारबरा की मदद करने वालों में कई लोग आगे आए। जिनकी मदद से अब बारबरा के शरीर में एक परमानेंट भोजन पाइप लगा दिया गया है। बारबरा ने बताया कि इतनी छोटी सी ज़िंदगी में उन्होंने अनगिनत टेस्ट, इंजेक्शन लगवाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में आने के बाद उनकी ज़िंदगी को बिल्कुल बदल कर रख दिया।