धमाके के विरोध में बेरूत में बीते दो दिनों प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प हुई है। हमाद के अनुसार, पूरी सरकार ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि लेबनान के पीएम हसन दियाब (Hassan Diab) ने राष्ट्रपति भवन में सभी मंत्रियों के इस्तीफे को सौंपा है।
गौरतलब है कि बीते दिनों चार अगस्त को हुए धमाके में 160 लोगों की मौत हो चुकी है। इस घटना में लगभग छह हजार लोग घायल हुए। इसके साथ देश का मुख्य बंदरगाह भी नष्ट हो गया। राजधानी के बड़े हिस्से काफी नुकसान पहुंचा है। इस मामले में बताया जा रहा है कि एक भंडार में रखे गए 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट में आग लगने के बाद ये विस्फोट हुआ।
2013 में बंदरगाह पर रुके एक जहाज से विस्फोटक इस भंडार घर में पहुंचा था। विस्फोट से 10 अरब डॉलर से लेकर 15 अरब डॉलर का नुकसान होने की आशंका है। धमाके के बाद करीब तीन लाख लोग बेघर हो गए।
बेरूत में हुए इस भयानक धमाके में 160 साल पुराना एक ऐतिहासिक महल भी तबाह हो गया। पीएम दियाब जल्द राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं। नई सरकार के गठन होने तक मंत्रिमंडल कार्यवाहक भूमिका में काम करता रहेगा। इस बीच, देश के एक न्यायाधीश ने सोमवार को सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों से बातचीत शुरू की।
न्यायाधीश गस्सान एल खोरी ने सुरक्षा प्रमुख मेजर जनरल टोनी सलीबा कई अहम जानकारियों को लेने का प्रयास किया। इस संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं दी गई। सरकारी अधिकारियों के अनुसार धमाके में लगभग 20 लोगों को अब तक हिरासत में लिया जा चुका है। इनमें लेबनान के सीमा-शुल्क विभाग का प्रमुख भी शामिल हैं। इस दौरान दो पूर्व कैबिनेट मंत्रियों से पूछताछ की गई है।