लेकिन ये खबर हमें नहीं मिल पाती, यदि सोशल मीडिया नहीं होता। आपको जानकर हैरानी होगी कि भूटान में संतों से मिलने आने वाले कपल को भी आशीर्वाद के तौर पर वे लकड़ी से बना प्राईवेट पार्ट देते हैं। ये अजीबो-गरीब परंपरा थिंपू शहर के अंतर्गत आने वाले पुनाखा गांव की है। बताया जाता है कि इस गज़ब के परंपरा की शुरुआत 15वीं शताब्दी में हुई थी। गांव वालों की मानें तो इसे पीनिस आर्ट कहते हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि इस परंपरा की शुरुआत शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने के लिए किया गया था। उस समय यहां तिब्बत के
गुरु द्रुक्पा कुन्ले थे, जिन्होंने इसकी शुरुआत की थी।
बताया जाता है कि गुरु द्रुक्पा यहां की एक लड़की की सुंदरता से काफी प्रभावित हुए थे। इतना ही नहीं गुरु ने लड़की के साथ शारीरिक संबंध भी बनाए थे। जिसके बाद लड़की प्रेगनेंट हो गई थी। जिसके बाद लकड़ी के बड़े प्राईवेट पार्ट की मूर्ति बनाकर लगा दी गई, और उस जगह का नाम उर्वरता मठ रख दिया गया था। बता दें कि यहां हर साल लाखों सैलानी आते हैं, जो इन प्राईवेट पार्ट वाली पेंटिंग्स के साथ बड़े ही शौक से फोटो क्लिक कराते हैं।