इस बीच एक राहत भरी खबर सामने आई है। दुनियाभर में कोरोना को लेकर चल रहे शोध में शामिल ब्रिटेने ( Britain ) ने दावा किया है कि जल्द ही कोरोना की वैक्सीन तैयार हो जाएगी और इसके सितंबर तक बाजार में आने की उम्मीद है।
लॉकडाउन-2 के बीच आई अच्छी खबर, प्राइवेट स्कूल नहीं बढ़ाएंगे इस वर्ष फीस! भारत के साथ-साथ दुनिया के तमाम देश इस वक्त कोरोना वायरस से जैसी महामारी की काट ढूंढने में जुटे हुए हैं। सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में शामिल ब्रिटेन भी उन देशों की फेहरिस्त में शामिल है, जहां के वैज्ञानिक कोरोना का उपचार खोजने के लिए शोध कर रहे हैं। ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ( Oxford University ) में वैक्सीनोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का दावा किया है।
योजना बनाकर ‘एक्स’ को मात
प्रोफेसर गिलबर्ट ने वैक्सीन के सितंबर तक आ जाने का दावा करते हुए कहा कि हम महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे, जिसे एक्स नाम दिया गया था। इसके लिए हमें योजना बनाकर काम करने की जरूरत थी।
प्रोफेसर गिलबर्ट ने वैक्सीन के सितंबर तक आ जाने का दावा करते हुए कहा कि हम महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर काम कर रहे थे, जिसे एक्स नाम दिया गया था। इसके लिए हमें योजना बनाकर काम करने की जरूरत थी।
अब तक हो चुके 12 परीक्षण
गिलबर्ट के मुताबिक ChAdOx1 तकनीक के साथ इसके 12 परीक्षण किए जा चुके हैं। हमें एक डोज से ही इम्यून को लेकर बेहतर परिणाम मिले हैं, जबकि RNA और DNA तकनीक से दो या दो से अधिक डोज की जरूरत होती है।
गिलबर्ट के मुताबिक ChAdOx1 तकनीक के साथ इसके 12 परीक्षण किए जा चुके हैं। हमें एक डोज से ही इम्यून को लेकर बेहतर परिणाम मिले हैं, जबकि RNA और DNA तकनीक से दो या दो से अधिक डोज की जरूरत होती है।
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कोरोना से जंग के बीच प्रोफेसर गिलबर्ट ने एक और बड़ी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि तैयार की जा रही वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है कि ये पूरी तरह सफल होगा और इसकी एक मिलियन यानी दस लाख डोज इसी साल सितंबर तक उपलब्ध हो जाएंगे।
कोरोना से जंग के बीच प्रोफेसर गिलबर्ट ने एक और बड़ी जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि तैयार की जा रही वैक्सीन का ट्रायल शुरू हो चुका है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि हमें भरोसा है कि ये पूरी तरह सफल होगा और इसकी एक मिलियन यानी दस लाख डोज इसी साल सितंबर तक उपलब्ध हो जाएंगे।