पोल पॉट के बारे में जानने के बाद आपके पैरों के नीचे से ज़मीन खिसक जाएगी कि उस पर 20 लाख से भी ज़्यादा लोगों की हत्या का आरोप था। पैसे कमाने की भूख ने पोल को राक्षस बना दिया था। कंबोडिया में पोल के विशाल रबर प्लांट थे। जिनमें वह सिर्फ मजदूरों से ही नहीं बल्कि मासूम लोगों से भी
काम करवाता था। लेकिन पोल का काम कराने का तरीका काफी शर्मनाक था। बताया जाता है कि वह अपने प्लांट में मजदूरों और आम जनता से जबरन काम कराता था।
रबर प्लांट में काम करने वाले सभी लोगों के साथ जमकर अत्याचार किया जाता था। पैसे कमाने की भूख में उसने अपने रबर प्लांट में लोगों को गुलाम बना लिया था। जिन पर वह अत्याचार के दम पर जबरन काम कराता था। पैसा कमाकर पोल ने गुंडों की एक खूंखार पार्टी बना डाली थी, जिन्होंने साल 1975 में कंबोडिया की राजधानी पर कब्ज़ा कर लिया था। लेकिन पोल का आंतक यहीं नहीं रुका, राजधानी पर कब्ज़ा करने के बाद उसने वहां अपनी सरकार बना ली। जिसके बाद उसने कंबोडिया का नाम बदल दिया। फिर कंबोडिया डेमोक्रेटिक कम्पुचेया बन गया था। पोल 1976 से 1979 तक देश का प्रधानमंत्री भी रहा।
उस समय कंबोडिया में लाखों की संख्या में रिफ्यूजी रहते थे। जिन्हें बाहर निकालने के लिए पोल ने अपनी सेना से मौके पर ही गोली मारने का आदेश दे दिया था। लिहाज़ा कंबोडिया की कुल 80 लाख की जनसंख्या में से 20 लाख से भी ज़्यादा लोगों की डंडों से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। आपको जानकर हैरानी होगी कि खूंखार पोल एक शुद्ध शाकाहारी इंसान था।