दरअसल ये स्टॉप इस्लामाइजेशन ऑफ नॉर्वे के बैनर तले एंटी इस्लामिक रैली का आयोजन किया गया था। हालांकि इस रैली में हालात उस वक्त बिगड़ गए जब संगठन से जुड़े एक शख्स से बैग से मुस्लिमों की पवित्र ग्रंथ कुरान ( Quran )निकालकर उसे फाड़ना शुरू कर दिया।
अनलॉक-4 में खुलने जा रहे हैं सिनेमाघर! मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने उठाया बड़ा कदम, जानें क्या है पूरा मामला नॉर्वे की राजधानी ओस्लो भी इस वक्त हिंसक घटनाओं के बीच सुलग रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक इस हिंसा से जुड़े 29 लोगों को नॉर्वेजियन पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इस वजह से निकली थी रैली
मिली जानकारी के मुताबिक नॉर्वे में ये रैली इस्लामीकरण से बचओ अभियान के तहत निकली गई थी। राजधानी ओस्लो में स्टॉप इस्लामाइजेशन ऑफ नॉर्वे (Stop Islamisation of Norway -SIAN) ग्रुप ने शनिवार को ये कैसी निकाली थी।
इस रैली में कथित तौर मुस्लिम ग्रंथ कुरान का अपमान किया गया। इस अपमान पर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क उठे। खास तौर रैली में मौजूद युवाओं ने जमकर बवाल कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक नॉर्वे में ये रैली इस्लामीकरण से बचओ अभियान के तहत निकली गई थी। राजधानी ओस्लो में स्टॉप इस्लामाइजेशन ऑफ नॉर्वे (Stop Islamisation of Norway -SIAN) ग्रुप ने शनिवार को ये कैसी निकाली थी।
इस रैली में कथित तौर मुस्लिम ग्रंथ कुरान का अपमान किया गया। इस अपमान पर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क उठे। खास तौर रैली में मौजूद युवाओं ने जमकर बवाल कर दिया।
विपक्षी समूह भी सड़क पर आ गया और दोनों गुटों के लोग आपस में भिड़ गए। इस झड़प को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को पेपर स्प्रे और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल करना पड़ा।
शनिवार को SIAN से जुड़े प्रदर्शनकारी राजधानी ओस्लो में संसद की बिल्डिंग के बाहर इकट्ठा हुए और इस्लामी विचारधारा के खिलाफ अपना विरोध जताया। इस घटना के बाद इस्लाम समर्थकों ने पुलिस के बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और स्टॉप इस्लामाइजेशन ऑफ नार्वे के समर्थकों से भिड़ गए. इसके बाद दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई।
देशवासियों को पसंद नहीं आ रही पीएम मोदी के मन की बात, शेयर करते ही लाखों लोगों ने कर दिया डिसलाइक आपको बता दें कि इससे पहले स्वीडन में भी शुक्रवार की रात सैकड़ों लोगों दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे। जिसके बाद दंगे भड़क गए। यहां भी दक्षिणपंथी नेता को गिरफ्तार किए जाने के बाद कुछ लोगों ने कुरान का अपमान किया था।