सियोल की आबादी करीब एक करोड़ है गौरतलब है कि कुछ दिन पहले तक दक्षिण कोरिया को कोरोना वायरस से लड़ने वाला रोल मॉडल देश माना जाता था। यहां स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर स्थिति में जाना जाता है। सियोल की आबादी करीब एक करोड़ है। सबसे बड़ी चिंता ये है कि चर्च में प्रार्थना के लिए जाने वाले अधिकतर लोग संक्रमित हुए हैं। इसे एक साजिश की तरह देखा जा रहा है। चर्च में जाकर संक्रमित होने वाले ज्यादातर लोग युवा हैं। इनकी उम्र 20 और 30 के बीच है।
चर्च का पादरी भी पॉजिटिव इस चर्च के प्रमुख जुन-क्वांग-हूं भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। अब सरकार ने उन सभी को क्वारंटाइन करने मन बना लिया है, जिन्होंने चर्च द्वारा आयोजित सरकार-विरोधी रैली में हिस्सा लिया था। इस पादरी पर आरोप है कि उसने लोगों को एकत्र कर सरकार विरोधी रैली में शामिल किया। उस पर आइसोलेशन तोड़ने का आरोप है।
चर्च के सदस्यों की तीखी आलोचना की राष्ट्रपति मू जे-इन ने रैली में हिस्सा लेने वाले चर्च के सदस्यों की तीखी आलोचना की है। उनका कहना है कि इस तरह से इन्होंने दूसरे की जान को खतरों में डाल दिया है। उप स्वास्थ्य मंत्री किम गैंग-लिप ने मीडिया को बताया कि रैली में शामिल 3,400 के करीब लोगों की पहचान हो चुकी है। उन्हें क्वारंटाइन किया गया है।
397 नए मामले सामने आए हैं दक्षिण कोरिया में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 397 नए मामले सामने आए हैं। देश में एक बार फिर से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। बीते दस दिनों से आ रहे नए मामलों की संख्या तीन अंकों तक पहुंच चुकी है। बीते एक हफ्ते में देश की राजधानी के घनी आबादी वाले क्षेत्र में संक्रमण फैलने के साथ-साथ हर बड़े शहरों और प्रांतीय शहरों में मामले शुरू हो चुके हैं।