इसमें ये कहा गया है कि ब्रेक्जिट बिल ( Planned Brexit Bill ) कानूनी रूप से बाध्यकारी अलग होने के समझौते के कुछ हिस्सों को भंग करता है। यूरोपीय संघ की इस कार्रवाई से ये साफ पता चलता है कि ब्रेक्जिट को बाद ब्रिटेन के साथ उनके संबंध किस तरह से बिगड़ गए हैं।
अब इस साल के अंत से पहले दोनों पक्ष मुक्त व्यापार समझौते की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ब्रिटेन के आंतरिक बाजार बिल को लेकर काफी विवाद बढ़ गया है और इस महीने दोनों पक्षों के रिश्तों में काफी खटास आई है।
यूरोपियन कमीशन ( European Commission ) की प्रमुख उर्सला वॉन डियर लिएन ने कहा कि ब्रिटिश योजना ‘इसकी अच्छी प्रकृति के साथ निकासी समझौते में निर्धारित विश्वास के दायित्व का उल्लंघन है।’ निकासी समझौते में यदि इसे अपनाया जाता है, तो यह आयरलैंड-उत्तरी आयरलैंड के प्रोटोकॉल के पूर्ण विरोधाभास में होगा।
बिना शर्त ब्रेक्जिट की तैयारी में ब्रिटेन
आपको बता दें कि भले ही 31 जनवरी को ब्रिटेन यूरोपियन यूनियन से अलग हो गया है लेकिन ईयू के साथ 31 दिसंबर 2020 तक पुरानी व्यवस्था लागू रहेगी। इस दौरान दोनों पक्षों को नया व्यापार समझौता करना है। लेकिन कुछ शर्तों को लेकर दोनों पक्षों में विवाद चल रहा है और सहमति नहीं बन पा रही है।
जहां, ईयू आयरलैंड और उत्तरी आयरलैंड के लिए कुछ विशेष प्रावधान की माग कर रहा है वहीं ब्रिटेन इस मामले पर कोई भी समझौता नहीं चाहता है और वहां की व्यवस्था को खुद के साथ ही जोड़े रखने के पक्ष में है।
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इसी सिलसिले में अब प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की ओर से साफ संकेत दिए गए हैं कि यदि 15 अक्टूबर तक कोई समझौता नहीं होता है तो, ब्रिटेन बिना समझौते के ब्रेक्जिट (अलगाव) पर अमल करेगा और अपने अनुसार व्यापार शर्ते लागू करेगा।
इससे कुछ दिन पहले उर्सला वॉन डियर लिएन ने कहा था, उन्हें विश्वास है कि ब्रिटेन पूर्व में तय अलगाव की शर्तों का सम्मान करेगा और ईयू के साथ व्यापार समझौता करेगा, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत ऐसा करना उसकी ये जिम्मेदारी भी है।