ट्रंप लंबे समय से कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन पर हमले बोल रहे थे। उनका आरोप है कि WHO इस मामले में चीन केंद्रित नीतियां बना रहा है। उन्होंने WHO से कहा वह अपनी नीतियों में बदलाव करे नहीं तो वे उससे सारे संबंध खत्म कर लेंगे।
यूरोपियन यूनियन का कहना है कि अमरीका अपने फैसले पर पुनर्विचार करे। इस बारे में यूरोपियन कमीशन के प्रेसीडेंट उर्सुला वोन डेर लेयन और चीफ फॉरेन एनवॉय जोसेप बोरेल ने जॉइंट स्टेटमेंट जारी किया है।
अपने बयान में दोनों ने कहा कि कि इस वक्त पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही है। इससे सभी देशों को मिलकर लड़ना होगा। तभी इस जीत मिल सकेगी। अमरीका संस्था का खास सहयोगी है, ऐसे में वो अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वो अपने फैसले पर फिर से विचार करे।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि अमरीका WHO से अपने सारे संबंध रिश्ते तोड़ने जा रहा है। अभी ये पता नहीं चल सका है कि अमरीका किस तरह से विश्व स्वास्थ्य संगठन से अलग होगा। इसमें कितना वक्त लग जाएगा। इसके बारे में कई नहीं जानता है।
ट्रंप का आरोप है कि उन्होंने WHO को अपनी कार्यशैली बदलने के लिए कहा था। कार्यकलाप में सुधार लाने को कहा था लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं हुए। इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने WHO को दिए जाने वाले अमरीकी फंड को रोकने का ऐलान किया था.