पौलेंड में मीडिया ओर दुनिया के बड़े-बड़े राजनेताओं, क्लाइमेट चेंज साइंटिस्ट्स और जर्नलिस्ट्स की मौजूदगी में उन्होंने कहा था अगर सिस्टम के अंदर रहकर समाधान नहीं खोजा जा सकता तो फिर हमें सिस्टम को ही बदल देना चाहिए।
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यूनिसेफ (UNICEF) के समर्थन में लोगों को जुड़ने की अपील की ।
दिसंबर 2018 में पौलेंड में अपने भाषण से सबको चौका दिया था।
नई दिल्ली•May 02, 2020 / 08:50 am•
Mohit Saxena
पर्यावरणविद् ग्रेटा थुनबर्ग।
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