यूनिसेफ के अनुसार, बीफ पर रोक लगाने से उसके भोजन से संबंधित कार्बन फुटप्रिंट में 11 प्रतिशत की कमी आएगी,जो सालाना 2 लाख 40 हजार किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड के बराबर है। विश्वविद्यालय दिन में लगभग 11 हजार लोगों को भोजन में देता है। इसमें 15 प्रतिशत को मांस परोसा जाता है।
यूनिसेफ की व्यापार संचालन निदेशक लीना के अनुसार यह विचार कर्मचारियों के मन में तब आया जब उन्हें एहसास हुआ कि यह कार्बन फुटप्रिंट में महत्वपूर्ण कटौती करने का एक अहम तरीका होगा। बीफ को अन्य जानवरों के प्रोटीन जैसे चिकन,पोर्क और साथ में शाकाहारी विकल्पों से बदल दिया जाएगा।
हेलसिंकी विश्वविद्यालय के कैफेटेरिया में दिन-प्रतिदिन के संचालन को संभालने वाली कंपनी यल्वा का लक्ष्य अगले वर्ष के अंत तक शाकाहारी और शाकाहारी भोजन की बिक्री को 50 प्रतिशत से अधिक करना है। जो अभी मात्र 40 फीसदी है।