‘हम आंतरिक समस्याओं से जूझ रहे हैं’
इस इंटरव्यू में सवाल था कि पाकिस्तान चीन के साथ घनिष्ठ संबंध रखता है। क्या आपने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ कभी उइगरों के उत्पीड़न के मुद्दे पर चर्चा की है? इस पर इमरान ने कहा,’नहीं, मैंने नहीं की है,क्योंकि इसके बारे में मुझे ज्यादा नहीं पता है।’ आगे इमरान के कहा कि वह अभी अपनी आंतरिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, इस मुद्दे के बारे में मुझे सच के बारे में जानकारी नहीं है। हम कई समस्याओं से घिरे हुए हैं। मगर इमरान ने इंटव्यू के अंत में चीन को अपना सबसे करीबी मित्र बताया।
इस वक्त चीन पर बहुत ज्यादा निर्भर है पाकिस्तान
चीन में उइगर मुस्लिमों को मिल रही प्रताड़ना के खिलाफ नहीं बोलने के लिए इमरान की काफी निंदा हो रही है। दूसरे सवाल पर इमरान ने कहा कि वह इस समय अपने देश की जिम्मेदारियों को निभा रहे हैं। उनके पास 220 मिलियन पाकिस्तानी हैं और वह उनकी जिम्मेदारी हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान अपने बुनियादी ढांचे के निर्माण और आर्थिक सहायता के लिए चीन पर काफी हद तक निर्भर है। बीजिंग 60 बिलियन डॉलर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का निर्माण कर रहा है। इसके साथ बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का (BRE) एक प्रमुख केंद्र बिंदु है। चीन उइगर मुसलमानों के इलाके शिनजियांग प्रांत में शुरू होता है।
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