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भारत को मिला 14 देशों का साथयूएन में बोलते हुए भारत के प्रतिनिधि ने कहा है कि भारत इस मामले में आशावादी नजरिया रखता है। उन्होंने कहा कि भारत मानता है कि मसूद अजहर को आतंकी के रूप में जरूर सूचीबद्ध किया जाएगा। भारत ने आरोप लगाया कि चीन का यह कदम पाक को खुश करने के लिए हैं। भारत के पास 14 सदस्यों का मजबूत समर्थन है। अब इस मामले में अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन ने चीन से बातचीत की है। सुरक्षा परिषद के इन तीन बड़े सदस्य देशों ने भारत का समर्थन किया है। माना जा रहा है कि इस मामले में चीन से बातचीत की जा रही है और जल्द ही चीन के साथ कोई समझौता हो सकता है। बता दें चीन ने अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया था। इस प्रस्ताव को अमरीका, फ्रांस और ब्रिटेन यानी ‘ट्रिपल पी’ देशों ने पेश किया था।
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UNSC में घिरा चीनभारत का कहना है कि यह चीन भी जानता है कि आतंकवाद एक चुनौती है। चीन को यह भी पता है कि जैश का पूरा नेटवर्क पाकिस्तान से संचालित होता है। उधर पाकिस्तान मसूद अजहर के बचाव के लिए भारी राजनयिक पूंजी खर्च कर रहा है। अच्छी बात यह है कि अमरीका भारत के सपोर्ट में खुलकर आ गया है और उसने आश्वासन दिया है कि पाकिस्तान पर कार्रवाई करेगा। कुछ दिन पहले ही भारत ने पुलवामा हमले और पाकिस्तान द्वारा भारतीय जमीन पर एफ-16 विमानों से हमला करने पर अमरीका के साथ के साथ चिंताओं को उठा चुका है। अमरीका ने अपनी स्थिति साझा करने के लिए भारत की सराहना की है।जानकारों के अनुसार यदि अजहर मसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित नहीं किया जाता तो सुरक्षा परिषद् के बाकी स्थायी सदस्य इस मुद्दे पर खुली बहस की योजना बना रहे हैं।