UN के स्पेशल जांच पड़ताल अधिकारी एग्नेस कैलमार्ड ने कहा कि इस साल जनवरी में इराक की राजधानी बगदाद के में कासिम सुलेमानी को अमरीकी ड्रोन हमले ( Qassem Soleimani Killed In American Drone Attack ) से मार दिया गया था। उन्होंने कहा कि इस घटना को अंतर्राष्ट्रीय कानून में एक खतरे की प्रतिक्रिया के रूप में उचित ठहराया जा सकता है। कैलमार्ड ने आगे कहा कि अमरीका ने अभी तक ये स्पष्ट नहीं किया है कि उन्होंने ड्रोन हमले से सुलेमानी को क्यों मारा?
ईरान का दावा: सुलेमानी को मारने की योजना बनाने वाले सीआईए के अधिकारी की विमान हादसे में मौत
जांच रिपोर्ट में कैलमार्ड ने लिखा है कि अमरीका की ओर से सुलेमानी के खिलाफ की गई कार्रवाई गैरकानूनी थी। बता दें कि कैलमार्ड ने अपनी ये रिपोर्ट जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ( United Nations Human Rights Council ) में प्रस्तुत कर दी है।
दूसरे देश में ड्रोन हमला करने पर हो कार्रवाई: कैलामर्ड
कैलामर्ड ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सुलेमानी के मारे जाने के पांच दिनों के बाद ईरान ( Iran ) ने इराक स्थित अमरीकी सैन्य ठिकानों ( American Military Bases ) पर जवाबी प्रक्षेपास्त्र मिसाइल हमले ( Missile Attack ) किए जो कि अंतर्राष्ट्रीय कानून के दायरे से पूरी तरह बाहर है। अमरीका ने सुलेमानी की हत्या को लेकर जो तर्क दिए हैं, उसके अनुसार सुलेमानी अमरीका पर गुप्त हमले की योजना बना रहा था।
अमरीका द्वारा सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान ने अमरीका पर हमले की घोषणा कर दी थी, इसपर अमरीका ने ईरान को चेतावनी दी कि यदि किसी तरह से कोई हरकत की तो उसका अंजाम और भी बुरा होगा।
सुलेमानी की मौत से तिलमिलाया ईरान, कहा- अपराधियों की जिंदगी बना देंगे दुश्वार
कैलामर्ड ने कहा कि ड्रोन के उपयोग और अंतर्राष्ट्रीय कानून ( International Law ) के लिए खतरा पैदा करने वाले लोगों की निगरानी के लिए अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई ( International action ) की तत्काल आवश्यकता है। कोई भी देश यदि दूसरे देशों पर ड्रोन हमला करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। इसके लिए भी एक नियम बनना चाहिए जिससे ऐसे देशों के खिलाफ भी कुछ कार्रवाई हो सके, वरना इस तरह के हमलों में बढ़ोतरी होगी।