बहन को मिली जिम्मेदारी बताया जा रहा है कि यो-जोंग अब मुख्य तौर पर उत्तर कोरिया की अंतरराष्ट्रीय नीति को देखेंगी। खासकर अमरीका और उत्तर कोरिया से रिश्तों को बेहतर करने का उनका प्रयास होगा। हालांकि किम जोंग-उन अभी भी शक्तिशाली नेता हैं। मगर अब वे अपनी ताकत को करीबी लोगों में बांट रहे हैं। हाल के दिनों में जोंग को भाई का राइट हैंड मानी जाता है। वे महत्वपूर्ण पदों पर रह चुकी हैं।
स्विटज़रलैंड में हुई है यो-जोंग की पढ़ाई किम यो—जोंग का जन्म 1987 में हुआ। वे किम जोंग से चार साल छोटी हैं। दोनों भाई बहन की पढ़ाई स्विटजरलैंड के बर्न में हुई। पढ़ाई खत्म करने के बाद किम यो जोंग 2000 के दशक में ही कोरिया लौटी थी। इसके बाद राजनीति में दिलचस्पी बनाई। इसके चलते उसके पिता ने उसे पार्टी और देश की सियासत में सक्रिय करवाया। तभी से वे अहम पदों को संभालती है आई हैं। अब वे भाई के अहम फैसलों में योगदान देती रहती हेैं।
दोबारा से बढ़ी ताकत गौरतलब है कि साल 2019 में जब अमरीका के साथ उत्तर कोरिया की हनोई शिखरवार्ता असफल हुई थी तब कुछ हद तक उनकी भूमिका कमजोर हो गई थी। हालांकि,साल 2020 में उन्होंने दोबारा से अपनी पकड़ बनाई। अब उन्हें दोबारा से बड़ी जिम्मेदारी मिली है।