भारतीय दूतावास द्वारा बुधवार को इस संबंध में दी गई जानकारी के मुताबिक मंगलवार को सूडान की राजधानी खार्तूम स्थित एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। खार्तूम के बहरी इलाके में शीला सेरामिक फैक्ट्री है, जहां पर यह हादसा हुआ। इस हादसे के बाद से 16 भारतीय लापता हैं।
इस संबंध में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने ट्वीट कर बताया, “दूतावास के प्रतिनिधि घटनास्थल पर पहुंच गए थे। खार्तूम स्थित भारतीय दूतावास में एक 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन को भी स्थापित कर दिया गया। दूतावास सोशल मीडिया पर भी इससे जुड़ी ताजा जानकारी दे रहा है। श्रमिकों और उनके परिजनों के साथ हमारी दुआएं हैं।”
भारतीय दूतावास द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया कि ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक 18 की मौत हो गई है, हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। फैक्ट्री में करीब 50 हिंदुस्तानी श्रमिक काम करते हैं।
संभव है कि लापता हुए लोगों में से कुछ का नाम मृतकों की सूची में हो। फिलहाल सूची मिली नहीं है और इन शवों की शिनाख्त भी संभव नहीं है क्योंकि वो जले हुए हैं।
बुधवार को दूतावास ने इस हादसे में घायल, लापता या बचे हुए भारतीय लोगों की पूरी सूची जारी की। आंकड़ों के मुताबिक इनमें से 7 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से चार की हालत गंभीर बनी हुई है।
इस भीषण आग में बचे 34 भारतीयों को सलूमी सेरामिक्स फैक्ट्री के आवास पर ठहराया गया है। वहीं, एक समाचार एजेंसी ने शुरुआती में जानकारी दी थी कि इस हादसे में 23 लोग मारे गए जबकि 130 घायल हो गए। कहा जा रहा है कि घटनास्थल पर जरूरी सुरक्षा एवं बचाव उपकरणों का अभाव था।
इतना ही नहीं बताया जा रहा है वहां पर कई ज्वलनशील पदार्थ गलत ढंग से रखे गए थे, जिनकी वजह से आग तेजी से फैल गई।