script…तो अब इंसान 140 साल तक रह सकेगा जीवित | now people can live up to 140 years alive | Patrika News

…तो अब इंसान 140 साल तक रह सकेगा जीवित

locationनई दिल्लीPublished: Jan 25, 2018 01:01:48 pm

Submitted by:

Mohit sharma

यह बात दावोस में चल रहे फोरम की शिखर बैठक में स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी पर एक परिचर्चा हुई में सामने आई।

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दावोस: पौराणिक गाथाओं और कहानियों में आपने मनुष्य की लंबी उम्र के किस्से सुने होंगे। कैसा हो यदि इस दौर में भी आदमी की उम्र उतनी ही या 100 से अधिक साल हो। अब शायद यह बात सच होने जा रही है। मेडिकल साइंस में लगातार हो रही प्रोग्रेस के चलते अब वह दिन दूर नहीं, जब निकट भविष्य में लोग डिजिटल टेक्नॉलजी पर आधारित कृत्रिम ज्ञान का इस्तेमाल कर 140 साल की उम्र तक जिंदा रहेंगे। यह बात दावोस में चल रहे फोरम की शिखर बैठक में स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी पर एक परिचर्चा हुई में सामने आई।

ऐसे होगा यह कमाल

बैठक के दौरान एक्सपर्ट ने कहा कि टेक्नॉलजी को लेकर आए बूम में हॉस्पिटल्स का रोल केवल इमरजेंसी सेवाओं तक ही सिमट कर रह जाएगा। बैठक को संबोधित करते हुए माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि आने वाले दिनों में डेटा से लैस मेडिकल साइंस बीमारी के त्वरित निदान में बड़े-बड़े दिग्ग्जों को पछाड़ देगी और ऐसा संभव होगा कृत्रिम ज्ञान की प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ। उन्होंने कहा कि यहां तक कि हॉस्पिटल्स का मैनेजमेंट भी डिजिटल प्रौद्योगिकी पर आधारित हो जाएगा। इसका परिणाम यह होगा कि मेडिकल रिकार्ड तुरंत के तुरंत उपलब्ध कराया जा सकेगा। बैठक के बाद जारी की गई प्रेस नोट के माध्यम से बताया गया कि टेक्नोलॉजी और दवाइयों के इस्तेमाल से वैश्विक स्वास्थ्य पर सकारात्मक असर पर पड़ रहा है। जबकि आने वाले कुछ ही दशकों में लोग 100—150 से अधिक सालों तक जिंदा रह सकेंगे। वहीं भारत को वैश्विक निवेश के गंतव्य के रूप में पेश करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां दुनिया को बढ़ते संरक्षणवाद के खिलाफ चेताया और कहा कि टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाएं बढ़ रही हैं, जो वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और ‘आत्मकेंद्रित’ होना दुनिया की सबसे बड़ी चुनौतियां हैं।

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