क्या है इस्लामिक क्रांति 11 फरवरी 1979 में धार्मिक नेता अयातुल्लाह रूहोल्लाह खमैनी देश वापस लौटे थे और उन्होंने उस क्रांति का नेतृत्व किया जिसने तत्कालीन शाह को सत्ता से बेदखल कर दिया था। इसी क्रांति की याद में नागरिकों ने राजधानी में मार्च किया। इस जुलूस में बुरका पहनी हुई महिलाएं भी थीं। निर्वासन से लौट कर खमैनी ने क्रांति का नेतृत्व किया और इसी क्रांति की बदौलत तत्कालीन शाह को सत्ता से हटना पड़ा। इस्लामिक गणराज्य आज उत्सव मना रहा है लेकिन घरेलू कठिनाइयों और अमेरिकी पाबंदियों की वजह से देश कठिन आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। देश के सर्वोच्च नेता खमैनी की आधिकारिक वेबसाइट पर कहा गया है कि वह देश की प्रगति के लिए अगले कदम के बारे में विस्तार से बयान जारी करेंगे।
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