डब्लूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्येयियस ( Tedros Adhanom) ने जिनेवा में स्थित मुख्यालय से एक वर्चुअल ब्रीफिंग में बताया कि दुनिया अभी भी एक खतरनाक दौर में है। वायरस तेजी से फैल रहा है और यह अभी भी घातक बना हुआ है। दुनियाभर में कोरोना वायरस के आंकड़ों में कोई कमी नहीं देखने को मिल रही है। संक्रमण के कारण अब तक 462,525 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं संक्रमितों का आंकड़ा 8,758,270 हो गया है। अब तक 4,625,487 लोग स्वस्थ भी हो चुके हैं।
टेड्रोस को लेकर हाल ही में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई सवाल उठाए थे। उन्हें चीन का दोस्त बताया गया था। कोरोना वायरस से बचाव को लेकर टेड्रोस ने लोगों से सामाजिक दूरी बनाए रखने और “अत्यधिक सतर्कता” का आग्रह किया है। अमरीका के साथ-साथ दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व से बड़ी संख्या में नए मामले आ रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ के आपात विशेषज्ञ माइक रयान ने ब्राजील की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। ब्राजील के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार से शुक्रवार देर रात 1206 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। देश में अब तक 49,090 लोगों की जान गई हैं। यहां के लोग संक्रमण से निपटने में सरकार की नाकामी से काफी नाराज है।
ब्राजील में कई जगहों पर इसको लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। यहां पर कुल संक्रमितों की संख्या 1,038,568 हो गई है। ब्राजील में अभी भी पूर्ण लॉकडाउन नहीं लागू किया गया है। यहां की राज्य की सरकारें अपने स्तर पर इस तरह की पाबंदियां लगा रही हैं। संक्रमण तेजी से पिछड़े इलाकों में फैल रहा है। यहां पर संक्रमण के नए मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। इस महामारी के कारण लाखों को लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। ऐसे में ब्राजील सरकार अपनी तरफ से लोगों को भुगतान करने के प्रयास कर रही है। मगर कई क्षेत्रों में गरीबी के हालात बने हुए हैं।
रयान ने कहा कि लॉकडाउन से बाहर निकलने के लिए सावधानी से और धीरे-धीरे कदम उठाना होगा। इसके कोविड—19 के मरीजों का डेटा देश अपने यहां अपडेट रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि “अगर यह नहीं पता है कि यह संभावना कहां है तो वायरस आपको आश्चर्यचकित करेगा।” आपात स्थिति में विशेषज्ञ ने महामारी से निपटने के लिए जर्मनी, चीन और दक्षिण कोरिया की प्रशंसा की है। दवाओं और COVID-19 के लिए एक वैक्सीन खोजने के लिए दुनिया भर में परीक्षणों के साथ,डब्ल्यूएचओ अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि सावधानीपूर्वक निगरानी के साथ बड़े पैमाने पर परीक्षण की आवश्यकता होगी।