कराची। संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान का कश्मीर आलाप किसी देश ने नहीं सुना। कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के मुद्दे पर पहले ही अलग-थलग पड़ चुके इमरान खान अब अपने देश में ही आलोचना का शिकार हो रहे हैं। दरअसल पाकिस्तान के हालात को देखें तो पता चलता है कि इमरान खान ने जब से सत्ता संभाली है,तब से पाक के हालात दिन पर दिन गिरते जा रहे हैं। अब उसे सिर्फ चीन से आस है। इमरान खान आठ अक्टूबर को बीजिंग में चीन-पाकिस्तान व्यापार मंच में हिस्सा लेंगे।
आर्टिकल 370 पर बौखलाया पाकिस्तान, कश्मीर में करा सकता है आतंकवादी हमला- अमरीका इस यात्रा की सही तारीख अभी तक सामने नहीं आई है। यह इस साल उनकी यह तीसरी चीन यात्रा होगी। खान की यह चीन यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब कश्मीर को लेकर पाक और भारत के बीच तनाव बढ़ गया है। चीन और पाकिस्तान गहरे मित्र हैं और उसने कश्मीर मुद्दे पर उसका साथ दिया है।
पाकिस्तान की वित्तीय हालात (Economic Growth) 5.5 फीसदी से गिरकर 3.3 फीसदी पर पहुंच गए हैं। अनुमान है कि अगले साल ये 2.4 फीसदी तक पहुंच सकती है। इस साल जुलाई अप्रैल के बीच विदेशी निवेश में 51.7 फीसदी की गिरावट आई है। विदेशी प्राइवेट इन्वेस्टमेंट में भी 64.3 फीसदी की गिरावट है।
छह लाख करोड़ का कर्ज देश को चलाने के लिए पाकिस्तान लगातार कर्ज ले रहा है। मार्च 2019 तक पाक पर 85 बिलियन डॉलर यानी भारतीय रुपये में 6 लाख करोड़ से ज़्यादा का कर्ज है। पाकिस्तान ने पश्चिमी यूरोप और मध्य पूर्व के देशों से भारी भरकम कर्ज ले रखा है। पाकिस्तान को सबसे ज्यादा कर्ज चीन ने दे रखा है। इसके अलावा पाकिस्तान ने कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों से लोन भी ले रखा है।