‘मानव तस्करी’ का मामला?
जानकारी के मुताबिक, राबिका 8 सितंबर को तीन महीने के लिए ब्रिटेन आई थी। वहीं, एक सूत्र ने इस बात की पुष्टि की है कि उसने अपने आगमन के महज पांच दिन बाद ‘दासता’ और ‘मानव तस्करी’ का हवाला देते हुए शरण देने का आग्रह किया था। मैनचेस्टर में अपने अगले शो में जाने से पहले लंदन में परफॉर्मेस के आखिरी दिन सहर ने अपने साथी कलाकारों से कहा था कि उसने ब्रिटेन में रहने का फैसला किया है और वह पाकिस्तान नहीं लौटेगी।
पाकिस्तान वापस नहीं जाना था, मांगी थी शरण
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सहर ने लंदन के एक जाने-माने स्थान पर निरीक्षण के लिए मारे गए छापे के दौरान शरण देने का अनुरोध किया। वहां दर्जनों कलाकार और आगंतुक मौजूद थे। लेकिन आव्रजन निरीक्षकों द्वारा तलाशी लेने पर कुछ भी गलत नहीं पाया गया। एक इंडस्ट्री सूत्र ने बताया कि पुलिस ने कार्यक्रम स्थल की जांच करने के अलावा पाकिस्तान और अन्य देशों के कलाकारों से पूछताछ की। पुलिस ने आवासीय कमरों की भी जांच की लेकिन कुछ भी गलत नहीं मिला।
‘गुलाम’ बनकर रहना पड़ रहा है
पुलिस ने इस मामले में आव्रजन नियमों और मनोरंजन लाइसेंस के नियमों का कोई उल्लंघन नहीं पाया। लेकिन सहर ने आव्रजन अधिकारियों को बताया कि उसे आयोजन प्रबंधक द्वारा ‘गुलाम’ बनाकर रखा जा रहा था। इसी बीच मॉडल की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। इसमें एक इंटरव्यू भी शामिल है जिसमें उसने कहा है कि उसे किसी के द्वारा भी यात्रा करने या प्रवास करने के लिए मजबूर नहीं किया जा रहा था, बल्कि वह अपनी मर्जी से ऐसा कर रही है।
दोनों देशों से कोई भी आधिकारिक बयान नहीं
अपनी यात्रा से ठीक एक हफ्ते पहले, राबिका ने लाहौर के एक सरकारी कार्यालय में एक प्रोटेक्टर सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया, जो कि विदेशी यात्रा के लिए आवश्यक है। यह सुनिश्चित करता है कि पाकिस्तान सरकार जानती है कि एक शख्स कहां काम करने जा रहा है और यहां तक कि यह भी जानती है कि वे कितनी कमाई करने जा रहे हैं। इस मामले में दोनों सरकारों की ओर से कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है।