पीएम मोदी ने कहा शुरुआत से ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र के विकास कार्यों और ECOSOC का समर्थन किया है। ECOSOC के पहले अध्यक्ष एक भारतीय थे। भारत ने सतत विकास लक्ष्यों सहित ECOSOC एजेंडा को आकार देने में भी योगदान दिया है।
पीएम मोदी का भाषणः संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर पर नॉर्वे के प्रधानमंत्री और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस के साथ पीएम मोदी समापन सत्र को संबोधित किया।
बता दें ECOSOC के वार्षिक उच्च-स्तरीय खंड में सरकार, निजी क्षेत्र, सिविल सोसायटी के उच्चस्तरीय प्रतिनिधियों और शिक्षाविदों का एक विविध समूह शामिल है। इस वर्ष के उच्च-स्तरीय खंड की थीम- ‘COVID-19 के बाद बहुपक्षवाद: 75वीं वर्षगांठ पर हमें किस तरह के संयुक्त राष्ट्र की जरूरत है’ रखी गई है।
यह आयोजन विशेष अहमियत इसलिए रखता है क्योंकि यह पहला अवसर है जब प्रधानमंत्री मोदी 17 जून 2020 को सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य (2021-22 के कार्यकाल के लिए) के रूप में भारत को निर्विरोध चुने जाने के बाद संयुक्त राष्ट्र की व्यापक सदस्यता को संबोधित कर रहे हैं।
संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ पर ‘ECOSOC’ के उच्च-स्तरीय खंड की थीम दरअसल भारत की सुरक्षा परिषद संबंधी प्राथमिकता के साथ भी प्रतिध्वनित होती है। इसमें भारत ने कोरोना वायरस के बाद की दुनिया में ‘पुनर्गठित बहुपक्षवाद’ का आह्वान किया है।