पिछले तीन दशको में किसी भारतीय पीएम की पहली स्वीडन यात्रा है। स्वीडन यात्रा के दौरान मोदी द्विपक्षीय वार्ता करने के साथ प्रथम भारत-नोर्डिक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन का सह-आयोजन भारत और स्वीडन ने किया है। इस सम्मेलन में सभी नॉर्डिक देश हिस्सा ले रहे हैं। इसमें डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे तथा स्वीडन के पीएम शामिल होंगे।
स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने सोमवार को कहा था कि वह व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा समेत विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय साझेदारी गहरा बनाने को लेकर आशान्वित हैं। फेसबुक पोस्ट में पीएम ने लिखा था कि भारत और स्वीडन के बीच दोस्ताना रिश्ता है। हमारी साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों तथा खुले, समावेशी एवं नियमों की बुनियाद पर टिकी वैश्विक व्यवस्था के प्रति कटिबद्धता पर आधारित है। स्वीडन हमारे विकास पहलों में एक मूल्यवान सहभागी है। पीएम मोदी इसके बाद राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्षों के सम्मेलन में भाग लेने ब्रिटेन जाएंगे और वहां से बर्लिन होते हुए इंडिया वापस लौटेंगे।