इस टीकाकरण अभियान के तहत सबसे पहले उच्च जोखिम वाले समूहों में शामिल हजारों की संख्या में चिकित्सकों, शिक्षकों एवं अन्य लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। कोरोना महामारी से बचाव के लिए सार्वजनिक टीकाकरण अभियान की शुरुआत करने वाला रूस दुनिया का पहला देश बन गया है।
दुनिया में सबसे पहले : फाइजर वैक्सीन को ब्रिटेन में मंजूरी, स्पूतनिक-वी से रूस में लगेगा टीका
बता दें कि बुधवार को राष्ट्रपति पुतिन ने व्यापक टीकाकरण अभियान की शुरूआत करने के लिए व्यवस्था बनाने का आदेश दिया था। रूस में स्वदेशी वैक्सीन स्पूतनिक-वी ( Sputnik-V ) वैक्सीन को मंजूरी दी है।
वैक्सीन की 20 लाख खुराक तैयार
आपको बता दें कि रूस ने इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत स्वविकसित वैक्सीन स्पुतनिक-वी के तीसरे चरण का ट्रायल काल पूरा होने से पहले किया है। अभी वैक्सीन की 20 लाख खुराक तैयार है। सरकार ने टीकाकरण अभियान के लिए 70 केंद्र खोले हैं। इस वैक्सीन के इस्तेमाल की शुरुआत अगले सप्ताह के अंत तक किया जाएगा।
राजधानी मॉस्को के मेयर सर्गेई सोब्यानिन ने बताया कि अभियान शुरू होने के कुछ ही घंटों के भीतर पांच हजार लोगों को वैक्सीन दे दी गई। मालूम हो कि रूस कोरोना वैक्सीन को पंजीकृत कराने वाला दुनिया का पहला देश है। रूस ने स्वदेशी वैक्सीन स्पुतनिक-वी का पंजीकरण कराया था और अगस्त महीने के शुरुआत में ही इसकी स्वीकृति मिल गई थी।
Russia: राष्ट्रपति पुतिन ने अगले सप्ताह से कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू करने के दिए आदेश
इस वैक्सीन के सफल होने का दावा खुद राष्ट्रपति पुतिन ने किया था। वैक्सीन का पहला टीका पुतिन की बेटी कैटरीना को लगाया गया था। इसकी जानकारी खुद पुतिन ने दी थी। इस सप्ताह के शुरू में नौसेना ने युद्धपोतों पर तैनात अपने कर्मियों को वैक्सीन देना शुरू कर दिया है। रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने जानकारी दी है कि विभिन्न चरणों में अब तक एक लाख से अधिक लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी हैं। सरकार का कहना है कि देश के 18 से 60 साल के लोगों को मुफ्त में वैक्सीन की खुराक दी जाएगी।