वीडियो: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज दुशांबे में अनोखा स्वागत, संस्कृत भाषा में पढ़ा गया बधाई संदेश
भारत की कीमत पर कोई संबध नहींरूसी राजदूत ने कहा कि भारत और रूस, दोनों का साझा प्रयास यह है कि पाकिस्तान में स्थिरता लाई जाए और इस दिशा में कोशिशें भी की जा रही हैं। निकोलई कुदाशेव ने गुरुवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ रूस के बढ़ते संबंध भारत के लिए चिंता की बात नहीं है।भारत के साथ रूस के संबंध रणनीतिक और दीर्घकालिक हैं और इन पर किसी और देश की कोई छाया नहीं पड़ेगी। कुदाशेव ने कहा कि पाकिस्तान के साथ रूस के संबंधों का असली मकसद पाकिस्तान में स्थिरता लाना और आतंकियों की जड़ों को कटना है। इससे भारत भी अपनी सुरक्षा के प्रति निश्चिंत हो सकेगा। बता दें कि कुछ खबरों में ऐसा दावा किया जा रहा था कि रूसी राष्ट्रपति के भारत दौरे पर पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से रूस और पाकिस्तान के बढ़ते संबंधों पर चिंता जताई थी। रूसी राजदूत भारत की इसी पर टिप्पड़ी कर रहे थे। रूसी दूत ने कहा, ‘भारत की तुलना में पाकिस्तान के साथ हमारा सैनिक और रणनीतिक सहयोग बहुत कम है।’
कुदाशेव ने कहा कि रूस केवल एक स्थिर पाकिस्तान चाहता है। इस संबंध में भारत के लिए चिंता जैसी कोई बात नहीं। यह संबंध बहुत ही साफ है। हम केवल एक स्थिर और शांत पाकिस्तान चाहते हैं। उहोने कहा कि जहां तक मैं समझता हूं कि भारतीय पक्ष का भी यही विचार है। रूस और पाकिस्तान के साथ सैन्य अभ्यास पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह आतंकवाद-निरोधक अभ्यास था। इससे अधिक इसके मायने नहीं निकाले जाने चाहिए।
रफाल डील: विवादों को दस्सू ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण, कहा- हमने खुद चुना भारतीय ऑफसेट पार्टनर
भारत अहम सहयोगीरूसी राजदूत ने कहा कि भारत का महत्व्व रूस के लिए पाकिस्तन से कहीं अधिक है। पाकिस्तान का शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में शामिल होनाभारत के लिए कोई चिंता की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ हमारे संबंध लम्बे समय से हैं। यहां तक कि रूस में भारत से हर रूसी नागरिक प्यार करता है। राजदूत ने कहा कि ‘अगर आप रूस में किसी से भी पूछें कोई भी समझदार व्यक्ति यह नहीं कहेगा कि रूस, भारत की कीमत पर पाकिस्तान के साथ संबंध बनाया जाए।