दरअसल असली वाले साइंटिस्टों ने इतिहास के सबसे पहले सूर्य ग्रहण की डेट का पता लगा लिया है। साइंटिस्टों की मानें तो सबसे पुराना सूर्य ग्रहण करीब 1207 ई.पू. अक्टूबर की 30 तारीख को लगा था। बताया जा रहा है कि सूर्य ग्रहण का ये फैक्ट बाइबल में मौजूद है, जिसे आप भी देख सकते हैं। बाइबल की रचना कब हुई और इजिप्ट के कुछ मुद्दों को कनेक्ट कर साइंटिस्टों ने इजिप्ट के फिरऔन के साथ ही रामेसेस द ग्रेट के टाइम का भी पता लगा लिया कि इन्होंने कब से लेकर कब तक शासन किया।
इसके अलावा जोशुआ की बुक में ओल्ड टेस्टामेंट से बाइबल का भी पता लगाया गया है। लोगों की मानें तो इस बुक ने बाइबल के एक्सपर्ट्स को न जाने कितने सालों तक परेशान रखा। बुक में लिखी कहानी के मुताबिक जोशुआ ने इजरायल के लोगों के लिए कनान तक सूर्यदेव से काफी रिक्वेस्ट की थी। जिसके बाद सूर्य जिबेओं में ही रुक गए और चांद ने ऐजालों की घाटी को अपना बसेरा बना लिया। सूर्य और चांद के बारे में कहा गया है कि ये दोनों अपनी जगह पर तब कर रुके रहे जब तक कि उन्होंने अपने-अपने दुश्मनों से बदला नहीं ले लिया। इस दौरान ये दोनों ने अपनी चमक को छिपा लिया था।
साइंटिस्टों ने सूर्य ग्रहण का पता लगाने के लिए एक नया कोड बनाया। जिसके मुताबिक कनान में 1500 से लेकर 1050 ईसा पूर्व के बीच सिर्फ वॉलेट ग्रहण ही देखा गया था। बताया जाता है कि यह ग्रहण 1207 ईसा पूर्व में हुआ था। जिसकी तारीख 30 अक्टूबर थी और समय दोपहर का था। लेकिन फिर भी इस डेट पर दूसरे साइंटिस्टों के अलग विचार हैं। यदि रिसर्च करने वाले साइंटिस्टों की बात मान ली जाए तो ये इतिहास का सबसे पुराना सूर्यग्रहण होगा जो दर्ज है।