बता दें कि अंतरराष्ट्रीय संस्था ट्रांसपेंरेंसी इंटरनेशनल हर वर्ष दुनिया के देशों का करप्शन इंडेक्स तैयार करती है। इस बार यह करप्शन इंडेक्स तैयार करने के मापदंडों में कोरोना महामारी से निपटने के दौरान हुए भ्रष्टाचार पर विशेष जोर दिया गया है। इन मापदंडों पर बांग्लादेश बिल्कुल पिछड़ गया है। इन मापदंडों को लेकर संस्था की चेयरपर्सन डेलिया फरेरिया रूबियो ने एक बयान में कहा कि कोविड-19 सिर्फ स्वास्थ्य और आर्थिक संकट ही नहीं बल्कि भ्रष्टाचार संकट भी है और इससे निपटने में फिलहाल हम असफल साबित हो रहे हैं।
रूबियो ने आगे अपने बयान में कोरोना काल को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष ने सरकारों को जैसी परीक्षा ली, वैसी पहले कभी नहीं हुई। साथ ही उन्होंने कहा कि इस चुनौती से निपटने में उच्चस्तर पर फैले भ्रष्टाचार के कारण कमी महसूस की गई। जो देश करप्शन पर्स्पेशन इंडेक्स में टॉप पर हैं, उन्हें भी अपने देश और विदेशों में भ्रष्टाचार को मात देने में त्वरित और अनिवार्य भूमिका निभानी होगी।
इस करप्शन पर्स्पेशन इंडेक्स की रैंकिंग में न्यूजीलैंड और डेनमार्क टॉप पर रहे हैं। इन्हें 100 में से 88—88 अंक मिले हैं। वहीं भारत को 40, चीन का 42, पाकिस्तान को 31 अंक मिले। वहीं बांग्लादेश को मात्र 26 अंक प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान ने 100 में 19 अंक प्राप्त कर 165वीं रैंक हासिल की है।