नई दिल्ली। पाकिस्तान में मुस्लिम बहुसंख्यक है और हिंदू अल्पसंख्यक, ये बात तो हम सभी जानते हैं लेकिन ये नहीं जानते कि इन बहुसंख्यको को यहां के दो हिुदू सांसद चुप करा देते हैं। जी हां, हम यहां बात कर रहे है पाकिस्तान के हिंदू सांसद लाल मालही और रमेश वाखवानी के बारे में। ये दो सांसद हज़ारों पर भारी पड़ जाते हैं और तो और जब ये बोलने पर आ जाते हैं, तो सारे विरोधी एक तरफ और ये दो एक तरफ होते हैं। ये दो हमेशा ही अलग-अलग कारणों से सुर्खियों में बने रहते हैं।
रमेश वाखवानी हिंदुओं के सामूहिक विवाह कराने को लेकर खबरों में रहते हैं और वही लाल मालही तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने भरी संसद में बहुसंख्यकों को खरी-खोटी सुनाई थी। दरअसल मामला साल 2015 का है जब दूसरे राजनेताओं ने लाल मालही को ये कहकर परेशान कर दिया कि वो गाय की पूजा करते हैं और उन्हें बात-बात पर हिंदू कहकर संबोधित किया जाता है। इन दो बातों से वो इस कदर क्षुब्द हो गए कि उन्होंने बीच सभा में ही सबको ये कहकर चुप करा दिया कि हिंदू भी पाकिस्तानी नागरिक हैं और धार्मिक मान्यता की वजह से उनका मजाक नहीं बनाया जाना चाहिए।
बता दें कि 20 जून को पाकिस्तान में चल रहे बजट सत्र के दौरान मालही ने अपनी बात ये कहकर रखी कि मैं तीन-चार दिन से देख रहा हूं। एक बार कहा गया, हिंदू गाय का पुजारी। हम गाय की पूजा करें, ये हमारा हक है और हम करते रहेंगे। हिंदू-हिंदू कहकर हम पर लतीफे कसे जाते हैं।
हम पाकिस्तानी हैं ना, तो ये हमें क्यों नहीं कह सकते कि हमारे पाकिस्तानी हैं? ये तो रही बात सांसद लाल मालही की, वहीं दूसरी ओर रमेश वाखवानी भी इन सब मामलों में कम नहीं है। रमेश वाखवानी पाकिस्तान हिंदू काउंसिल के संरक्षक होने के साथ ही सांसद भी है और वो हिंदुओं के संरक्षण कार्य को करने में हमेशा तत्पर रहते हैं सामूहिक विवाह कराने के मामले में उनका कोई तोड़ नहीं है।
बता दें कि वो अब तक दस विवाह कार्यक्रम आयोजित करा चुके हैं, जिसमें 500 से भी ज्यादा जोड़ों की शादी कराई जा चुकी है। नवाज शरीफ के करीबी माने जाने वाले रमेश वाखवानी की चर्चा उनके इन कार्यो के लिए हमेशा ही रहती है।
Home / world / Miscellenous World / पाकिस्तानी संसद में गूंजती है इन दो हिंदुओं की दहाड़, गौ पूजा से लेकर हिंदू सामूहिक विवाह का करते आयोजन