इन नए प्रतिबंधों के तहत उत्तर कोरिया को किए जाने वाली तेल आपूर्ति को सीमित कर दिया गया है, उसके कपड़ा निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, भावी रोजगारों को भी सीमित कर दिया गया है। उत्तर कोरिया से आने और जाने वाले जहाजों की जांच के लिए बिना बल प्रयोग के अन्य देशों को अनुमति दी गई है। हथियारों में इस्तेमाल होने वाले अधिक से अधिक सामानों और प्रोद्योगिकियों को प्रतिबंधित सूची में डाल दिया गया है। इसके अलावा तीन सरकारी एजेंसियों की संपत्तियों को भी जब्त किया गया। इसमें एक सैन्य एजेंसी भी है।
चीन और रूस के दबाव की वजह से उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन की यात्रा पर प्रतिबंध और उनकी संपत्तियों को फ्रीज करने की अमरीका की वास्तविक मांगों को पूरा नहीं किया गया है। अमरीका, उत्तर कोरिया के तेल निर्यात पर पूर्ण प्रतिबंध, विदेश में रह रहे उत्तर कोरिया के लगभग 93,000 नागरिकों को तत्काल भाव से नौकरी से हटाना चाहता था। अमरीका की स्थाई प्रतिनिधि निकी हेली ने संयुक्त राष्ट्र में वोटिग के बाद कहा कि अब उत्तर कोरिया के लगभग 90 फीसदी निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके साथ ही लौह, लौह अयस्क,धातु, समुद्री भोजन और कोयला निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। निक्की ने कहा कि इससे उत्तर कोरिया को सालाना 1.3 अरब डॉलर का नुकसान होगा। हेली ने चीन के प्रभाव को स्वीकार करते हुए कहा कि आज का मसौदा राष्ट्रपति ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच विकसित हुए मजबूत संबंधों के बिना नहीं होता। हम दोनों टीमों के हमारे साथ मिलकर काम करने की प्रशंसा करते हैं।