नई दिल्ली। उरी में सेना के मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को घेरने की भारत की रणनीती रंग लाती दिख रही है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने कश्मीर पर कोई बयान नहीं दिया, जबकि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री लंबे समय से इस मुद्दे पर समर्थन पाने की कोशिश कर रहे थे। उधर, अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया। ऐसे में साफ हो गया है कि यूएन और यूएस कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं मानते हैं। मून ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कहा कि पाकिस्तान और भारत को उनके बीच के कश्मीर समेत सभी विवादों को बातचीत के जरिए हल करना चाहिए। भारत और पाक के बीच कश्मीर समेत सभी विवादित मुद्दों को बातचीत के जरिए हल करने पर जोर देते हुए सेक्रेटरी जनरल ने कहा यह दोनों देशों के हित में होगा। बता दें कि कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन के सबूतों वाले डोजियर शरीफ द्वारा बान की मून को दिए जाने के बाद संरा की ओर से यह बयान आया है। उधर, अपने भाषण में बान की मून ने पश्चिम एशिया में तनाव, यमन, लीबिया, इराक, अफगानिस्तान और चाड बेसिन तक का जिक्र किया, लेकिन भारत-पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर का उल्लेख नहीं किया। वहीं अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने आखिरी भाषण में ज्यादा खुलेपन और दुनिया के देशों से आपसी सहयोग बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि एकीकरण के बेहतर मॉडल और राष्ट्र व संघर्ष के पुराने मॉडल के बीच चुनाव करना होगा।शरीफ ने यूएन में उठाया था कश्मीर मुद्दा, बुरहान को बताया यूथ लीडरइससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मुद्दा उठाया। शरीफ ने कश्मीर मामले के समाधान के लिए जनमत संग्रह कराने की मांग की। 19 मिनट के अपने भाषण में नवाज ने करीब 8 मिनट कश्मीर और भारत का जिक्र किया। शरीफ ने यूएन में भाषण के दौरान कहा था कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है। इस दौरान शरीफ ने हिजबुल आतंकी बुरहान वानी को कश्मीर का युवा नेता बताते हुए भारत पर कश्मीरी जनता की आवाज को कुचलने का आरोप लगाया।पाकिस्तान ने खुद को ठहराया दोषी: अकबर वहीं संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने उसे तथ्यों से परे और धमकाने वाला बताया तथा कहा है कि विश्व मंच पर हिजबुल कमांडर बुरहान वानी का महिमा मंडन करके पाकिस्तान ने खुद को दोषी करार दे दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा में शरीफ के भाषण के बाद भारत के स्थायी मिशन में एक संवाददाता सम्मेलन में विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने था कि हमने अभी-अभी धमकियों और बढ़ती अपरिपक्वता तथा तथ्यों की अवहेलना से भरा भाषण सुना। उन्होंने बुरहान का महिमा मंडन करने के लिए शरीफ की आलोचना करते हुए कहा था कि भारत, पाकिस्तान सरकार की ब्लैकमेल करने की रणनीति के आगे नहीं झुकेगा, जो आतंकवाद को नीति के तौर पर इस्तेमाल करने का इच्छुक है। अकबर ने कहा था हमने एक आतंकवादी का महिमा मंडन सुना। वानी हिजबुल का घोषित कमांडर था, जो एक आतंकवादी संगठन है। यह आश्चर्यजनक है कि एक देश का नेता स्व प्रचारित आतंकवादी का इस तरह के मंच पर महिमामंडन कर सकता है।