ईरान को दबाव में लेने के लिए ट्रंप प्रशासन ने की कार्रवाई
अधिकारियों के अनुसार कैसे ट्रंप प्रशासन ने साइबर हमलों के जरिये ईरान को दबाव में लेने की कोशिश की। ये हमला अमरीका की ओर से ईरान के खिलाफ की गई दूसरी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। इससे पहले अमरीका का एक ड्रोन ईरान ने मार गिराया था। जिसके बाद भी अमरीका ने ईरान पर साइबर हमला कर उसके रक्षा तंत्र को बेकार कर दिया था।
गौरतलब है कि अमरीका और ईरान के बीच लंबे समय से तनाव चला आ रहा है। जब से अमरीका ने ईरान के परमाणु समझौते से खुद को अलग किया है, तब से दोनों देशों के रिश्ते खराब हो रहे हैं। 14 सितंबर को तेल कंपनी सऊदी आरामको (Saudi Aramco) पर हुए हमलों के लिए सऊदी अरब, ब्रिटेन (Britain), फ्रांस (France) और जर्मनी (Germany) ने ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि, ईरान ने हमले में हाथ होने से इनकार किया है। ईरान के विद्रोही संगठन हुती (Houthi) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।