एक टेलीविजन में पेलोसी द्वारा दिए गए भाषण के मुताबिक, “राष्ट्रपति के कार्यों ने वाकई में संविधान का उल्लंघन किया है। हमारा लोकतंत्र खतरे में आ गया है। राष्ट्रपति ने हमारे सामने कार्रवाई के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है।”
महाभियोग प्रक्रिया शुरु करने के लिए महाभियोग के आलेख बहुत जरूरी होते हैं। हालांकि पेलोसी की यह घोषणा अप्रत्याशित नहीं है। और अब क्रिसमस से पहले ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के औपचारिक आलेखों पर सदन द्वारा मतदान की संभावना बढ़ती नजर आ रही है।
पेलोसी ने कहा कि ट्रंप का यूक्रेन से संपर्क करना देश के लिए खतरा है और इससे उनके खिलाफ कार्रवाई हुई। पेलोसी ने कहा, “आज मैं अपने अध्यक्ष से कहती हूं कि महाभियोग के आलेखों को तैयार करें।”
पेलोसी ने ट्रंप पर राष्ट्रपति कार्यालय के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने अमरीकी के राष्ट्रीय हित से समझौता किया। पेलोसी ने इस संबंध में अपना भाषण स्पीकर के बॉलकनी हॉलवे से दिया, जहां से बीते सितंबर में उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की जांच की औपचारिक शुरुआत करने की घोषणा की थी।
वहीं, इस घोषणा के बाद पेलोसी पर पलटवार करते हुए वाइट हाउस ने कहा कि डेमोक्रैट्स को शर्म आनी चाहिए। इस संबंध में वाइट हाउस की सूचना सचिव स्टेफैनी ग्रिशैम ने ट्वीट किया, “स्पीकर पेलोसी और डेमोक्रैट्स को शर्म आनी चाहिए। डोनाल्ड ट्रंप ने कुछ भी गलत नहीं किया बल्कि हमारे देश का नेतृत्व किया है जिससे अर्थव्यवस्था बढ़ी, ज्यादा रोजगार आए और सेना मजबूत हुई, यह केवल उनकी कुछ महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं। हम सीनेट में एक निष्पक्ष जांच की उम्मीद करते हैं।”
बता दें कि पेलोसी की यह घोषणा सदन की न्यायिक समिति की पहली सुनवाई के अगले ही दिन आई है, जिसमें पूछा गया था कि ट्रंप के खिलाफ महाभियोग के आलेख तैयार किए जाएं या नहीं। इस सुनवाई के दौरान चार में तीन संवैधानिक विशेषज्ञों ने समिति को बताया था कि ट्रंप ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए यूक्रेन पर दबाव डालकर महाभियोग चलाए जाने वाला काम किया है। हालांकि चौथे विशेषज्ञ ने कहा था कि डेमोक्रैट्स काफी तेजी से कार्रवाई के लिए आगे जा रहे हैं।
गौरतलब है कि बीते सितंबर में ट्रंप द्वारा कथितरूप से यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेन्सकी को फोन करके पूर्व उप-राष्ट्रपति जो बिडेन और उनके बेटे हंटर की जांच शुरू करने के लिए कहे जाने के बाद सदन के डेमोक्रैट्स ने महाभियोग की जांच शुरू की थी।