दरअसल नेपाल में एक ऐसा शहर है, जहां अंधविश्वास पर विश्वास करने वालों की संख्या देखते ही देखते बढ़ती जा रही है। जिसकी वजह से हर साल हज़ारों लोग इसकी आग में जलते जा रहे हैं। बताया जाता है कि नेपाल के धनुष शहर में अंधविश्वास की यह नौटंकी बीते सैकड़ों सालों से चली आ रही है। धनुष शहर की रगों में घुला हुआ यह अंधविश्वास भूत-प्रेत को भगाने के लिए जाना जाता है। यहां उन तांत्रिकों की मंडी सजती है, जो दावा करते हैं कि वे किसी भी तरह के भूत-प्रेत को भगाने में सक्षम हैं। तांत्रिकों की इस घिनौनी मंडी में हर साल हज़ारों महिलाएं अपना इलाज कराने आती हैं। और इलाज भी ऐसा जिसे देखकर आपकी आंखों से खून निकल आए। यहां बैठे तांत्रिक महिलाओं पर कब्ज़ा किए बैठे भूत-प्रेत को भगाने के लिए डंडों से जमकर पिटाई करते हैं। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि महिलाओं को बेरहमी से पीटने के लिए भी इन्हें लाखों रुपये मिल जाते हैं।
‘द सन’ की रिपोर्ट की मानें तो ऐसा इलाज कराने के लिए यहां जो लोग आते हैं, उनमें ज़्यादातर दलित शामिल होते हैं। इस तरह का खूंखार इलाज नेपाल के कमला नदी पर होता है। बताया जाता है कि तांत्रिक औरतों के ऊपर से भूत-प्रेत भगाने के लिए कई बार तो उन्हें नदी में भी डुबाने की पूरी कोशिश करते हैं। इतना ही नहीं, यहां महिलाओं के साथ होने वाली मारपीट को देखने के लिए भी हज़ारों लोग इकट्ठा होते हैं।