सुपात्रा थाईलैंड के बैंकॉक की रहने वाली हैं। वे ‘एंब्रास सिंड्रोम’ और ‘वेयरवुल्फ सिंड्रोम’ नाम के एक बीमारी की शिकार हैं। इस बीमारी में व्यक्ति के चेहरे, हाथ, पीठ, कान में बाले निकलने लगते हैं। यह बाल लगातार बढ़ते रहते हैं। इसके इलाज के लिए लेजर ट्रीटमेंट लेना पड़ता है। सुपात्रा ने भी लेजर ट्रीटमेंट का सहारा लिया ताकि बालों का बढ़ाना बंद हो जाए, लेकिन इसका कुछ खास असर नहीं पड़ा।
हर तरफ बालों की वजह से बचपन से ही सुपात्रा का लोग मजाक उड़ाते थे। स्कूल में बच्चे उन्हें वुल्फवुमैन, मंकी फेस जैसे नामों से पुकारा करते थे। पहले इन बातों का बुरा लगता था लेकिन धीरे-धीरे अपनी परिस्थिति के साथ जीना सीख लिया। सुपात्रा कहती हैं कि मैंने अपनी बीमारी के साथ समझौता कर लिया था। मैं समझ गई थी कि मुझे इसके साथ ही जीना है लेकिन अब मेडिकल टेक्नोलॉजी में काफी बदलाव आया है। उम्मीद है कि इसका इलाज भविष्य में कोई न कोई खोज निकलेगा।
शेव करने के बाद सुपात्रा काफी खुश हैं। अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने अपनी इस खुशी का इजहार भी किया। उन्होंने बताया कि शेविंग के बाद मुझे मेरा प्यार मिल गया है। अपनी पति के साथ फोटो पोस्ट कर वे लिखती हैं- तुम मेरी जिंदगी में पहले प्यार नहीं हो, बल्कि तुम ही सिर्फ मेरे प्यार हो।