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हर रविवार होता है श्रमदान
डॉक्टर जावेद ने बताया कि तीनों मिलकर हर रविवार(Sunday) को सूखे पड़े तालाब पर ग्रामीणों के साथ मिलकर घंटो श्रमदान कर तालाब को पुनर्जीवित करने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे है। गांव में जल का संरक्षण में ग्रामीण भी उनकी मुहिम से जुड़ सके इसको लेकर मस्जिद के मौलवी और मंदिर के पंडित जी जहां मस्जिद और मंदिर से ऐलान कर लोगों से तालाब में श्रमदान करने की अपील करते है। तो वहीँ डॉक्टर जावेद गांव के बच्चों के साथ जल संरक्षण संबंधित जागरूकता के नारे लगा कर ग्रामीणों को जागरूक करते हैं।
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महिलाएं और बच्चे साथ में
तीनों की मेहनत अब रंग भी दिखा रहा है। गांव के महिला पुरूष और बच्चे तालाब स्थल पर पहुंच श्रमदान कर उनकी मदद करते हैं। इतना ही नहीं ग्रामीणों ने अब गांव की सारी नालियों को तालाब से भी जोड़ दिया है। नालियों का सारा पानी भी तालाब में पहुंच रहा है।
पानी बचाव दल बनाया
तालाब को पुनर्जीवित होते देख उत्साहित ग्रामीणों ने एक पानी बचाव दल भी बनाया है। जो ग्रामीणों को जल संरक्षण ,पौधरोपण के प्रति जागरूक करने का कार्य करता है। ग्रामीणों का कहना है कि न सिर्फ इस गांव बल्कि हर गांव में इस तरह के तालाब हैं अगर हर गांव वाला जागरूक हो जाए तो किसी को पानी की दिक्कत नहीं होगी। साथ ही हम अपने लिए पानी के संकट को भी टाल सकेंगे।