मुरादाबाद

आजम बोले- मुसलमान कसाई नहीं, कसाई वे हैं जिन्‍होंने गुजरात में बच्चों को तेजाब के टैंक में फेंका

रामपुर में आयोजित चुनावी सभा के दौरान आजम खान ने साधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना

मुरादाबादNov 21, 2017 / 11:57 am

lokesh verma

रामपुर. अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले सपा के कद्दावर नेता आजम खान ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपनी भड़ास निकाली है। रामपुर की एक चुनावी सभा में सोमवार को आजम खान ने भाजपा पर नफरत का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया है।
आजम खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि मैं मुसलमान कह रहा हूं कि मुसलमानों के वोट का हक खत्‍म करो, हम चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं और ना हम वोट देना चाहते हैं। पूरी दुनिया को ये बताओ कि ताज महल को तोड़ने वाले संविधान को ख़त्म करेंगे अौर हिन्दुतान को हिन्दू राष्ट्र घोषित करेंगे। मुसलमानों से जीने का हक छीन लेंगे। अगर वोटों की खातिर हमारे बच्चे गलाए जाते हैं और हमारी बहनों की अस्मत लूटी जाती है। हमारे बुजुर्गों को मारा जाता है। गोश्त के नाम पर नाइंसाफी की जाती है तो हम सियासत छोड़ना चाहते है। ना हम वोट की दुनिया में होंगे और ना ये नफरते होंगी, लेकिन याद रखना अगर लड़ने के लिए हम नहीं होंगे तो उस दिन हमारा गिरेबान तुम्हारे हाथो में नहीं होगा। तुम्हारे यानि एक-दूसरे के गिरेबान तुम्हारे हाथों में होंगे और तुम कुछ नहीं कर सकोगे।
कश्मीर, अरुणाचल, आसाम, मिजोरम, बंगाल का एक हिस्सा एक चौथाई हिन्दुतान है, जहां पर शाम के चार बजे से लोग सड़कों पर नहीं निकलते हैं, क्‍योंकि यहां कर्फ्यू लगा दिया जाता है। आखिर भाजपा कौन सी नफरत फैलाना चाहती है। उन्‍होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी जी मुसलमान कसाई नहीं है, कसाई एक कारोबार है। अगर हत्यारे को ही कसाई कहते हो तो पहला कसाई वो था जिस नाथूराम गोडसे ने पहला कत्‍ल माहत्मा गांधी का किया था। पहला कसाई वो नाथूराम गोडसे था और अगर इश्तेमाई किस्म का कसाई कोई था तो मोदी जी आपका सूबा गुजरात था। जहां बेगुनाहों को काटकर फेंक दिया गया था। लोगो को जिंदा जला दिया गया था। जहां मासूम बच्चों को अापने तेजाब के टैंक में गला दिया था और उनकी हड्डियां गलकर पानी बन गयी थी, वो कसाई था। कसाई वह था जिसने फ्रिज में गोश्त निकाल गृह स्वामी को मार दिया था। साथ ही कहा कि कसाई वे थे जिन्होंने ट्रैन से उतारकर ये पूछा था कि क्या खाया है और उसे मार दिया था। कसाई वह नहीं था जो पाकिस्तान से जंग के दौरान टैंक के नीचे लेट गया था, जिसके चीथड़े उड़ गए थे। वह कसाई नहीं अब्दुल हमीद था।
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