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बरहाल, परिवाद दर्ज हो गया है। खास बात यह है कि यह मनीष कुमार की अदालत में केस है, जो ईमानदार और साफ छवि के जज माने जाते हैं। बीते तीन साल पहले एक केस में वर्तमान केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को सजा सुना चुकें हैं। हलाकिं, बाद में यह सजा खत्म कर दी गई थी। जब से लेकर अब तक इनके बारे में यह कहा जाता है कि कोई सख्श कितना भी ताकतवर क्यों ना हो, उनकी अदालत के सामने बोना लगता है। सवाल यह है कि अगर सपा नेता आज़म खान और उनके बेटे विधायक अब्दुला आज़म पर लगाए गए आरप सच निकला तो आज़म खान और उनके बेटे की मुश्किलें बढ़नी तय है। इसके अलावा अगर आज़म पर लगाये गए आरोप फ़र्ज़ी पाए जाते हैं तो आज़म के लिए बड़ी राहत होगी।
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यह है पूरा मामला बीते विधानसभा चुनाव में सपा नेता आज़म खान ने राजनीत में अपने घोर प्रतिद्वंदी रामपुर की पूर्व सांसद बेगम नूरबानो के बेटे काज़िम अली खान उर्फ नावेद मियां के खिलाफ स्वार टांडा विधानसभा चुनाव में प्रतियाशी के रूप में उतारा गया, जिन्होंने चुनाव में विजय हासिल कर जहां वे विधायक बन गए। वहीं, उनके विरोधियों ने पर्चा भरने से लेकर चुनाव जीतने के बाद अब्दुल्ला आज़म की कम उम्र फेक्टर को लेकर कई शिकायतें उत्तर प्रदेश के सीएम और इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट दायर की है, जिसकी सुनाबाई अभी जारी है। इसी क्रम में कांग्रेस की पूर्व सांसद बेगम नूरबानो के बेटे काज़िम अली खान ने सपा नेता आजम खान पर गम्भीर आरोप लगाएं हैं, जिसको लेकर एक परिवाद पिता-पुत्र पर दर्ज हुआ है।
पहले पूर्व मंत्री शिव बहादुर सक्सेना के बेटे आकाश हनी ने केस किया और अब नबाब काज़िम अली खान ने। देखना दिलचश्प ये होगा कि इस बार आज़म खान को मनीष की अदालत में उन पर लगाये गए। आरोप बेबुनियाद साबित होंगे। या फिर मनीष की अदालत में आज़म खान और उनके बेटे को बड़ी सजा मिलेगी, क्योंकि सपा नेता आज़म खान और उनके बेटे पर यह आरोप हैं कि उन्होंने फ़र्ज़ी सार्टिफिकेट चुनाव आयोग को भेजें हैं। बीते दिनों तत्कालीन ज़िला अधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने एक जाँच रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी भी थी, जिसमें इन्हीं आरपों की पुष्टि पाई गई थी।
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आज़म पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे के पैनकार्ड फ़र्ज़ी बनबाये हैं। बैंक पास बुक में जो नम्बर दर्ज है, उसमें वह पैनकार्ड नबर नहीं सो कर रहा है। कटिंग नज़र आ रही है। अब्दुल्ला आज़म चुनाव लड़ने की आयु पूरी नहीं कर रहे थे। यह सब जुगाड़बाज़ी आज़म खान के इशारे पर की गई। इस तरह के आरोप हैं। हलांकि, आज़म खान इन आरोपों को लेकर डर नही रहें हैं, बल्कि यह कह रहे हैं कि इस केस से मेरा कुछ नहीं होगा।