कुल 303 हैं कर्मचारी
यहां बता दें कि केन्द्र सरकार ने बीएसएनएल की आर्थिक स्थिति सुधारने और प्राइवेट मोबाइल कंपनियों से मुकाबले के लिए वीआरएस की योजना लागू की है। पचास साल से अधिक उम्र के स्टाफ के लिए वीआरएस लेने की योजना बनाई। तीन दिसंबर तक वीआरएस के लिए आवेदन की मियाद तय की गई थी। मुरादाबाद में योजना के जद के दायरे में 303 में से 193 अधिकारी व कर्मचारी शामिल किए गए। अंतिम दिन मुरादाबाद क्षेत्र के 193 में से 147 विभागीय अधिकारी व कर्मचारियों ने वीआरएस लेने के लिए आवेदन किया है। इनमें ग्रुप ए और बी का ज्यादातर स्टाफ है। वीआरएस की इच्छा वाले लोगों का कहना है कि पिछले काफी समय से विभाग में सेलरी का संकट है। यहां तक की संचार सेवाएं बहाल रखने को भी टॉवर के जेनरेटर, दफ्तर के बिजली बिल भी जमा नहीं हो पा रहे।
Big News: भाजपा नेता का बड़ा बयान- इंसाफ नहीं मिला तो दे दूंगा इस्तीफा- देखें वीडियाे
आधा स्टाफ रह जाएगा
जीएम संजय प्रसाद का कहना है कि आवेदन के बाद से सेवानिवृत्ति की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस रिटायरमेंट के बाद विभाग में काम करने के लिए महज आधा स्टाफ ही बचेगा।