दरअसल, मझोला थाना क्षेत्र के कांशीराम नगर के रहने वाले 48 वर्षीय राकेश कुमार सिंह कांशीराम नगर के आरएसएस के सह नगर कार्यवाह थे। एयरफोर्स से रिटायरमेंट के बाद वह प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य करते थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 14 अक्टूबर की रात दस बजे राकेश मौसेरे भाई अरविंद के साथ कांशीराम नगर स्थित बुद्धा पार्क में आयोजित कार्यक्रम में गए थे। कुछ देर रुकने के बाद दोनों स्कूटी से घर लौट रहे थे। वह कुछ दूर ही पहुंचे थे कि इसी दौरान पीछे से बाइक सवार राकेश के बहनोई रामवीर और फुफेरे भाई प्रदीप, नरेश आ गए।
यह भी पढ़ें- बुजुर्ग ने पेट्रोल डाल खुद को लगा ली आग, सड़क पर मच गई अफरा तफरी, पुलिस पर आरोप परिजनों ने आरोप लगाया है कि स्कूटी के नजदीक आते ही फुफेरे भाइयों ने राकेश के कंधे पर जहर का इंजेक्शन ठूंस दिया। वहीं अरविंद के मुंह में भी जहर के छीटे चले गए। इससे राकेश और अरविंद की तबीयत खराब हो गई और आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों ने दोनों को टीएमयू में भर्ती कराया। जहां रविवार दोपहर को उपचार के दौरान राकेश ने दम तोड़ दिया। जबकि अरविंद को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई।
थाना प्रभारी जीत सिंह का कहना है कि बसंत विहार निवासी प्रदीप, नरेश और रामवीर सिंह के खिलाफ के जानलेवा हमला सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। राकेश कुमार सिंह के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी और हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी।
फुफेरे भाइयों से चल रहा था विवाद पुलिस जांच में पता चला है कि राकेश कुमार का फुफेरे भाइयों से 18 लाख रुपये के साथ जमीन को लेकर विवाद था। कुछ दिन समय पहले ही राकेश ने प्रदीप और नरेश को एक जमीन दिलवाई थी। इसी जमीन के विवाद में राकेश को जहर का इंजेक्शन देकर हत्या की गई है। घटना के बाद राकेश की पत्नी रेनू देवी की तरफ से प्रदीप, नरेश और रामवीर के खिलाफ जानलेवा हमले का केस दर्ज किया गया था। अब केस में आईपीसी की धारा 302 बढ़ाई जाएगी।