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मोरेना

पीएम के बाद शवों को उठाने पर हंगामा

-आठ लोगों का जिला अस्पताल व ग्वालियर में किया जा रहा उपचार

मोरेनाJan 12, 2021 / 11:59 am

rishi jaiswal

शराब पीने से दो गांवों में 11 लोगों की मौत, शवों को ले जाने पर विवाद

शराब पीने से दो गांवों में 11 लोगों की मौत, शवों को ले जाने पर विवाद

मुरैना. बागचीनी थाना क्षेत्र के ग्राम मानपुर-छैरा और सुमावली के पहावली में शराब के सेवन से 11 लोगों की मौत का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह शराब जहरीली है, लेकिन पुलिस-प्रशासन का कहना है कि यह जांच के बाद ही पुष्ट हो सकेगा। आईजी चंबल मनोज कुमार शर्मा ने आशंका व्यक्त की है कि हो सकता है, ग्रामीणों ने शराब में कोई दूसरा पदार्थ भी मिलाया हो। रात करीब 10 बजे के बाद की इस घटना में ग्रामीणों का कहना है कि एंबुलेंस के लिए कॉल किया था, लेकिन उपलब्ध नहीं कराई गई, जिससे बीमार लोगों को आने में देर हुई। समय पर एंबुलेंस मिल जाती तो हो सकता है किसी को बचाया जा सकता। सुबह सात लोगों का पोस्टमार्टम जिला अस्पताल में करने के बाद जब शव ले जाने की बात आई तो प्रशासन और ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया। ग्रामीणों का कहना था कि वे शव अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों से ले जाएंगे जबकि प्रशासन एंबुलेंस से भिजवाने की बात कह रहा था। देर तक विवाद के बाद कड़ी पुलिस सुरक्षा के साथ शवों को एंबुलेंस से 11 बजे के बाद गांव के लिए रवाना किया गया। पहले एंबुलेंस की कमी की बात सामने आ रही थी, लेकिन अपर कलेक्टर उमेशप्रकश शुक्ला ने दावा किया कि एंबुलेंस की कोई कमी नहीं रही।
किराने की दुकान से खरीदी थी शराब

खबर है कि जिस शराब के सेवन से ग्रामीणों की मौत हुई वह गांव में एक किराने की दुकान से खरीदी गई। हालांकि आईजी चंबल ने इस व्यक्ति का नाम ओपन नहीं किया लेकिन इतना जरूर कहा है कि जिस व्यक्ति का नाम लिया जा रहा है, उसे पुलिस तलाश रही है। उसके घर में किसी की मौत बीमारी से हुई थी, इसलिए वह गांव से बाहर है। सुमावली के ग्राम पहावली में दे सगे भाइयों की मौत हुई है। दोनों की उम्र 25 साल से कम है।
जुआ व शराब के लिए चर्चित है क्षेत्र

बागचीनी थाना क्षेत्र का छैरा गांव और आसपास का इलाका जुआ व शराब के लिए बदनाम है। करीब डेढ़ साल पहले कुम्हेरी गांव के एक युवक हरिश्चंद्र शर्मा और अन्य ग्रामीणों की पहल पर शराब बंदी के लिए पंचायत भी हुई थी, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि यह शराब लोकल में ही बनाई जा रही थी, लेकिन फिलहाल किसी कारखाने की जानकारी न ग्रामीण दे पा रहे हैं और न ही पुलिस-प्रशासन के पास स्थानीय स्तर पर किसी कारखाने की जानकारी है। अब पता किया जा रहा है कि शराब कहां से आ रही है।
मुआवजा नियमानुसार दिया जाएगा

मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने के मुद्दे पर पुलिस प्रशासन का कहना है कि राजस्व प्रशासन शासन के नियमों के अनुसार मुआवजा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया पूरी करेगा।

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