उपद्रव में शामिल 10 लोगों पर 3-3 हजार का इनाम घोषित
पहचान के बाद बढ़ सकता है इनामियों की संख्या का ग्राफ
भारत बंद के दौरान रेल पटरियों पर लाठी लेकर खड़े उपद्रवी।
मुरैना. दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान उपद्रव में शामिल 10 और लोगों की गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ने 3-3 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। पुलिस अभी और उपद्रवियों की पहचान में जुटी है। इसके बाद इनामी आरोपियों की संख्या का आंकड़ा बढ़ सकता है।
विभिन्न सूत्रों से कुछ आरोपियों की पहचान होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने उनकी गिरफ्तारी पर इनाम रखा है। टीआई कोतवाली योगेन्द्र सिंह जादौन ने बताया कि जिन लोगों पर इनाम घोषित किया गया है, उनमें तोताराम पुत्र खरगाराम जाटव निवासी सिग्नल बस्ती, सोना खटीक पुत्र महेश खटीक निवासी सुभाष नगर, आकाश पुत्र धारा सिंह जाटव निवासी सिग्नल बस्ती, गूंगा जाटव पुत्र देवीराम जाटव निवासी सिग्नल बस्ती, हरिश्चंद्र पुत्रलोडू जाटव निवासी सिग्नल बस्ती, प्रदीप पुत्र मूलचंद उर्फ मूला जाटव निवासी रेस्ट हाउस, निंकी पुत्र बृृजेश जाटव निवासी सिग्नल बस्ती, सनी पुत्र मुन्ना सिंह जाटव निवासी सिग्नल बस्ती, जग्गा पुत्र केदार जाटव निवासी सिग्नल बस्ती तथा सुभाष पुत्रगोपी मालोनिया निवासी सिग्नल बस्ती हैं। खबर तो यह थी कि पुलिस अधीक्षक कार्यालय से सोमवार को ४० उपद्रवियों की गिरफ्तारी पर इनाम की घोषणा होने वाली है, लेकिन एन वक्त पर इनकी संख्या 10 रह गई। टीआई कोतवाली ने बताया कि अभी उपद्रवियों की पहचान का सिलसिला जारी है। पहचान के संबंध में पुख्ता जानकारी मिलने के बाद कुछऔर लोगों पर इस तरह की कार्रवाई की जाएगी।
थाना प्रभारियों से मांगी उपद्रव में शामिल सरकारी कर्मचारियों सूची
भारत बंद के दौरान दो अप्रैल को शहर में जो उपद्रव हुआ था, उसमें तमाम लोगों के खिलाफ एफआइआर की गई है। कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने जिले के सभी थाना प्रभारियों से उपद्रव में शामिल सरकारी नुमाइंदों की सूची मांगी हैं। अभी तक चार नाम सामने आए थे, उनको खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। विदित हो कि भारत बंद के दौरान शहर में भारी तोडफ़ोड़ हुई। वहीं रेलवे टै्रक पर रेल रोकने के साथ साथ पटरियां उखाड़ी गई, और पुलिस पर फायरिंग की गई। इस उपद्रव में सरकारी कर्मचारी भी शामिल रहे। ऐसे कर्मचारियों पर प्रशासन द्वारा शिकंजा कसा जा रहा है। इसके लिए थाना स्तर पर भी छानबीन चल रही है, जो लोग चिन्हिंत हुए हंै, उनका पता किया जा रहा है कि इनमें कितने शासकीय कर्मचारी हैं। जैसे ही नाम सामने आता है, कलेक्टर की तरफ सूची बढ़ा दी जाएगी।
उपद्रव के बाद नहीं लौटे आइटीआई के छात्र
हाइवे जड़ेरुआ पर स्थित आइटीआइ से दो अप्रैल को भारत बंद के दौरान 140 छात्र भाग गए। प्राचार्य द्वारा नायब तहसीलदार बानमोर व थाना प्रभारी नूराबाद को अवगत कराया था। नायब तहसीलदार श्याम श्रीवास्तव द्वारा सभी छात्रों को उपस्थिति के लिए नोटिस भेजा गया लेकिन अभी तक छात्र लौटकर नहीं आए हैं। इससे लगता है कि छात्रों की उपद्रव में सलिप्तता होने की संभावना और बढ़ गई हैं।
पॉलीटेक्निक कॉलेज के छात्र भी नहीं हो सके चिन्हिंत
भारत बंद के दौरान हुए उपद्रव में पॉलीटेक्निक कॉलेज के छात्रों का वीडियो फुटेज भी सामने आ गया उसके बाद भी छात्र अभी तक चिन्हिंत नहीं हो सके हैं। एक होस्टल से एक सैकड़ा से अधिक छात्र उसी दिन से गायब हैं। पुलिस ने प्रबंधन को सभी छात्रों के नाम बताने को कहा था लेकिन अभी तक कुछ ही नाम सामने आ सके हैं।
कथन
जिले के सभी थाना प्रभारियों को अवगत कराया है कि उपद्रवियों में चिन्हिंत कर्मचारियों की सूची उपलब्ध कराई जाए। जैसे ही नाम सामने आते हैं, उनके खिलाफकार्रवाई की जाएगी। अभी तक चार कर्मचारी के नाम सामने आए, उनके खिलाफ कार्रवाईकी जा चुकी है।
भास्कर लाक्षाकार, कलेक्टर, मुरैना
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