सहायक यंत्री को हटाया तो सामूहिक इस्तीफा
कैलारस जनपद के एक दर्जन से अधिक सदस्यों ने की कलेक्टर से शिकायत
कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार से शिकायत करते जनपद अध्यक्ष सोहनलाल धाकड़।
मुरैना. ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग के सहायक यंत्री से 11 पंचायतों का प्रभार हटाने पर जनपद पंचायत कैलारस के एक दर्जन से अधिक सदस्यों ने मोर्चा खोल लिया है। जनपद अध्यक्ष सोहनलाल धाकड़ के नेतृत्व में सदस्यों ने कलेक्टर को इस मुद्दे पर मंगलवार को ज्ञापन दिया। आदेश रद्द न होने पर जनपद अध्यक्ष ने सामूहिक त्यागपत्र की धमकी दी है।
ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग ने सोमवार को जारी आदेश में जनपद कैलारस की ११ ग्राम पंचायतों के पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सहायक यंत्री बृजेश चौधरी से हटा ली थी। यह जिम्मेदारी पहाडग़ढ़ जनपद पंचायत में पदस्थ सहायक यंत्री योगेंद्र सिंह भदौरिया को दे दी गई है। इन पंचायतों में सागोरिया, खिरी, डुंगरावली, देवरी, बाल्हेरा, निरार, कोडेरा, रीझौनी, तोर, ऐंचोली व इटोरा शामिल हैं। जनपद अध्यक्ष व सदस्यों ने कहा कि इससे सभी ग्राम पंचायतों में विद्वेष का वातावरण उत्पन्न हो जाएगा और विकास कार्यों पर प्रभाव पड़ेगा। जनपद अध्यक्ष ने कहा कि 12 सितंबर 2017 को तत्कालीन सहायक यंत्री ने किसी दबाव में इन्हीं ग्राम पंचायतों में 18 करोड़ रुपए के निर्माण कार्यों को तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर दी थी। इन कार्यों में सिर्फ पत्थर व नाली निर्माण के कार्य ही अधिक थे। यह ऐसे कार्य थे जिनका कोई औचित्य नहीं था और एक ही दिन में इतनी बड़ी राशि की तकनीकी स्वीकृति दिया जाना किसी उद्देश्य की पूर्ति की संभावना प्रतीत होती थी। इस तकनीकी स्वीकृति के आदेश को वर्तमान सहायक यंत्री चौधरी ने निरस्त कर दिया है। अपने उद्देश्यों की पूर्ति न होने पर कुछ लोगों ने प्रभावी लोगों के साथ मिलकर सहायक यंत्री चौधरी के कार्यों में हस्तक्षेप कर जनपद पंचायत कैलारस के विकास कार्यों को प्रभावित करने का प्रयास किया है। जबकि मप्र शासन के अपर मुख्य सचिव राधेश्याम जुलानिया ने 10 अक्टूबर को ही चौधरी को आरईएस से जनपद पंचायत कैलारस में पदस्थ करने का आदेश दिया था। ज्ञापन देने वालों में जनपद अध्यक्ष के अलावा उपाध्यक्ष ओमवती, सदस्य नवाब, अमर सिंह, मांगीलाल, मुकेश, रामा, सरोज, सविता शर्मा, बादामी, प्रेम, ऊषा, सरपंच अंगूरी देवी, ल्होई आदि शामिल हैं।
अनियमितता हो तो जनपद से ही हटाएं
कलेक्टर को दिए ज्ञापन में जनपद अध्यक्ष व सदस्यों ने कहा कि सहायक यंत्री चौधरी द्वारा यदि किसी कार्य में अनियमितता की गई है तो उसकी जांच कराई जाए। तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाए, लेकिन 11 पंचायतों के पर्यवेक्षण का कार्य हटाना हमारी नजर में अनुचित है। इसलिए 11 पंचायतों के पर्यवेक्षण का कार्य पहाडग़ढ़ के सहायक यंत्री भदौरिया को दिए जाने का आदेश रद्द किया जाए।
पटवारी ने कर दिया गलत बंटवारा, कई जगह कब्जे की शिकायत
राजस्व प्रकरणों के निराकरण पर राज्य शासन के सर्वाधिक जोर के बावजूद पटवारियों की मनमानी की शिकायतें कम नहीं हुई हैं। मंगलवार को सुमावली के एक व्यक्ति ने पटवारी द्वारा गलत बंटवारा कर दिए जाने पर कलेक्टर को अपनी पीड़ा बताई। कलेक्टर ने जांच और आवश्यक सुधार का आश्वासन दिया। वहीं जौरा के पर्वतपुरा गांव के मजरा बर्रेड में निजी जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जे के प्रयास की शिकायत की गई। सुमावली के तेजसिंह राठौर ने कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार को बताया कि उनकी सर्वे क्रमांक ११६ की जमीन का पटवारी ने पैसे लेकर गलत बंटवारा कर दिया है, जबकि बर्रेड के सोबरनलाल शर्मा ने बताया कि उसकी जमीन पर गांव के ही लोग कब्जा करना चाहते हैं। अवैध रूप सामान हटा दिया है और स्वयं का मकान व बाउंड्रीवॉल बनाना चाहते हैं। कलेक्टर ने जौरा एसडीएम ने दूरभाष पर चर्चा कर तुरंत कब्जा हटाने की कार्रवाई के निर्देश दिए। इसी प्रकार अंबाह के पक्कापुरा निवासी राजकुमारी बघेल ने बताया कि पटवारी जाति प्रमाण-पत्र पर हस्ताक्षर नहीं कर रहा है। इस पर एसडीएम मुरैना ने दूरभाष पर जाति प्रमाण-पत्र पर हस्ताक्षर के निर्देश दिए। जन सुनवाई में इंदिरा आवास को लेकर भी शिकायतें आईं। सीईओ सोनिया मीणा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगली सुनवाई में संबंधित बाबू अद्यतन जानकारी के साथ मौजूद रहें। मुरैना गांव की मीरा ने शौचालय निर्माण न होने की शिकायत की। सीईओ जिला पंचायत ने शिकायत सुनकर समस्या के निराकरण के आश्वासन के साथ ही मीरा को तुलसी का एक पौधा भी भेंट किया। तुलसी को घर में लगाने और उसके पत्ते सेवन करने के फायदे भी सीईओ ने बताए।
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