घटना सिविल लाइन थाना इलाके के नेशनल हाईवे वनचौकी के पास की है। बताया जा रहा है कि सूबेदार सिंह कुशवाहा मुरैना वन मंडल में पदस्थ था। घटना वन चौकी से कुछ ही दूरी पर हुई है, लेकिन जब तक कोई अधिकारी पहुंचता माफिया फरार हो चुके थे।बता दे कि पहले भी माफिया कई पत्रकार और अधिकारियों की जान ले चुके है, लेकिन आजतक उन पर कोई कार्रवाई नही की गई है और वे बेलगाम होकर प्रदेशभर में आतंक फैला रहे है।
नहीं रूक रहा रेत उत्खनन
अवैध रेत उत्खनन ग्वायिर चंबल संभाग की सबसे बड़ी समस्या बना हुआ है। पुलिस की मिलीभगत से रेत खनन का बड़ा खेल पूरे संभाग में चल रहा है। 100 -100 रूपये की रिश्वत लेकर अवैध रेत से भरी ट्रॉलियों को पुलिस प्रशासन जाने देता है। कई बार पुलिस के डर से ट्रैक्टर चालक तेज गति में भागने की कोशिश करने के दौरान लोगों को कुचल देते हैं। दो साल पहले डबरा में अवैध रेत के ट्रैक्टर ने एक 5 साल की बच्ची को टक्कर मार दी थी।
इस हादसे में बच्ची का पैर कटकर अलग हो गया था। वहीं तकरीबन 2 महिने पहले एक अखबार वेंडर जिसकी उम्र महज 14 साल थी उसे रेत के ट्रैक्टर ने कुचल दिया था जिसमें उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस प्रकार के कई हादसे पूरे अंचल में हर रोज सुनने को मिल जाते हैं। लेकिन चंबल आईजी, शहरों के एसपी और पूरा पुलिस प्रशासन मिलकर भी इन लोगों को नहीं रोक पा रहा है। वहीं रेत उत्खनन करने वाले लोग बेधडक़ रेत निकाल रहे हैं और उनके रास्त में आने वाले सभी लोगों को कुचल कर अपना काम कर रहे हैं।